पर प्रकाश डाला गया
- अंकित राजपूत पर लूट समेत अन्य मामलों में 11 मामले दर्ज हैं।
- युवा युवा ने रीटेल से बाइक सही तरीके से चलाने को कहा था।
- इसी बात पर रीटेल भड़क गई और रास्ते में ही युवाओं से…
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर (इंदौर समाचार)। पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे हैं युवा किशोर देपाल गिनावा की सज़ा और उनके जूतों के लेस बंधवाने वाले गुंडे पर डॉक्टर आशिषसिंह पर रासुका लगाया गया है। भंवरकुआं पुलिस ने आरोपियों पर रासुका का आरोप लगाते हुए तामील करवा दिया है। उनके दोस्त रोहित और उनकी गर्लफ्रेंड अभी तक भाई हैं।
ज़ाहिल इज़ादतन हत्या, हथियार बंदी, ग़ैर इरादतन हत्या, हथियार बंदी, अवैध वास के 11 अपराध पंजीबन्द हैं। मामूली विवाद हो रहा है पर निबंधित आर्किटेक्ट और उसके दोस्त ने देपाल के साथ न सिर्फ मैसूर की बल्कि जूतों के लेस भी बंधवाए।
कलेक्टर ने सेंट्रल जेल स्टेशन को एनएसए के निर्देश जारी करने का आदेश दिया
ईसा मसीह का यह कृत्य दो समाजों के बीच समानता और भय व्याप्ति करने वाला है। पुलिस ने रासुका की फाइल के समक्ष प्रस्तुत की गई रासुका सहित आपराधिक रिकॉर्ड और घटना का संपूर्ण विवरण प्राप्त किया। मंगलवार को सेंट्रल जेल डिपो के दोषियों पर रासुका लगाने का आदेश दिया गया है।
एडीसीपी के मामले में दूसरे अपराधी की पहचान रोहित बिल्डर (राजपूत) के रूप में हुई है। रोहित इस्टेट का चचेरा भाई है। सोमवार को वह अनारक्षित कर रही थी। उसने ब्लॉग नाम बताया था। रिस्तोले के आतंकवादी के बाद उसके साथ आईआईएसटीआई की पहचान हो गई।
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करिश्मा नहीं होती तो न्याय भी नहीं
पीड़ित देपाल के स्वजन और जनजातीय समाज भंवरकुआं पुलिस के नारकीय से नाराज हैं। अस्सिटेंट ने देपाल के मोबाइल से सिलावा दिलित करवा दिया। भाई के अनुसार, वकील ने देपाल के साथ मुलजिम को दोषी ठहराया और कहा कि रिपोर्ट लिखने के बाद नौकरी में दिक्कत आएगी। अगर एसआईटी साक्ष्य नहीं होता तो न्याय ही नहीं। एडीसीपी के कहने पर पुलिस ने आटोमेटारियम ले लिया था। मामले में धाराओं को भी बढ़ाया गया है।