नई दिल्ली। झारखंड विधानसभा की 43 सीटों के लिए पहले चरण में मतदान बुधवार को होगा। साथ ही उपचुनावों के पहले चरण के लिए भी मतदान बुधवार, 13 सितंबर को होगा। चुनाव आयोग की वजह से इस बार उपचुनाव भी दो चरणों में हो रहे हैं। पहले चरण में बुधवार को 10 राज्यों की 31 विधानसभा और केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर बुधवार को उपचुनाव होंगे। केरल की पलक्कड विधानसभा के साथ चार राज्यों की 14 विधानसभा और एक लोकसभा का उपचुनाव 20 सितंबर को होगा।
सिक्किम की दो विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को ही सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के दोनों प्रत्याशियों को निर्विरोध विजयी घोषित कर दिया गया था। उधर केरल की वायनाड लोकसभा सीट राहुल गांधी के इस्तीफे से खाली हुई है, जहां उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस की टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ रही हैं। उनका मुकाबला सीपीआई के सत्यन मोकेरी और भाजपा की नव्या हरिदास से है।
इसके अलावा जिन 10 राज्यों की 31 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हो रहा है उनमें से 28 सीटें विधायकों के लोकसभा चुनाव में सांसद बनने, दो के निधन होने और एक के दलबदल की वजह से खाली हुई हैं। इनमें चार सीटें अनुसूचित जाति और छह सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। 31 में से 18 सीटें विपक्ष ने जीती थीं। इनमें अकेले कांग्रेस के पास नौ सीटें थीं। वहीं, एनडीए ने 11 सीटें जीती थीं। इनमें से सात विधायक भाजपा के थे, जबकि दो सीटें अन्य ने जीती थीं।
बहरहाल, झारखंड विधानसभा की 81 में से 43 सीटों पर बुधवार को मतदान होगा। राज्य में कुल 28 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं, जिनमें से 20 पर पहले चरण में मतदान होगा। भाजपा ने पिछली बार इनमें से सिर्फ दो ही सीटें जीती थीं। बहरहाल, 15 जिले की 43 सीटों पर हो रहे मतदान में सबसे ज्यादा 36 उम्मीदवार भाजपा के हैं। उसकी सहयोगी आजसू के चार, जनता दल यू के दो और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी का एक उम्मीदवार मैदान में है। दूसरी ओर झारखंड मुक्ति मोर्चा 23 और कांग्रेस 17 सीटों पर लड़ रही है। इन सहयोगी राजद पांच सीटों पर लड़ रही है। उसके दो उम्मीदवार गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। कुल 683 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।