रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन गुरुवार, 28 नवंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वे अकेले शपथ लेंगे। बताया गया है कि विधानसभा में विधायकों की शपथ के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। इस पर विचार करने के लिए 29 नवंबर को एक बैठक बुलाई गई है। हेमंत सोरेन की सरकार में उनके अलावा 11 मंत्री होंगे। इन 11 लोगों में उनकी अपनी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से छह, कांग्रेस के चार और राजद का एक मंत्री होगा।
हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में 10 पार्टियों के एक दर्जन से ज्यादा बड़े नेता शामिल होंगे। गौरतलब है कि हेमंत सोरेन पत्नी कल्पना सोरेन के साथ सोमवार रात दिल्ली गए थे। मंगलवार को उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की थी और उनको शपथ समारोह में शामिल होने का न्योता दिया था। हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी और उनको भी शपथ समारोह में शामिल होने का न्योता दिया था।
बहरहाल, बताया जा रहा है कि अब तक 10 पार्टियों के एक दर्जन से ज्यादा बड़े नेता शपथ समारोह में शामिल होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सीपीआई माले के नेता दीपांकर भट्टाचार्य, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती, तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन, कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, राजद नेता तेजस्वी यादव आदि शपथ में शामिल होंगे। सबसे हैरान करने वाला नाम मेघालय के मुख्यमंत्री कोनरेड संगमा का है। वे एनडीए का हिस्सा हैं लेकिन वे भी हेमंत सोरेन के शपथ समारोह में शामिल होंगे।