ED Raid साहिबगंज में 1250 करोड़ रुपये के अवैध पत्थर खनन मामले में बुधवार को हुई छापेमारी के फलाफल पर ईडी ने गुरुवार को प्रेस बयान जारी किया है। ईडी ने बताया है कि उक्त छापेमारी में ईडी ने कुल 36.99 लाख रुपये नकदी की बरामदगी की 30 बेनामी खातों की जानकारी मिली जिसे फ्रीज करा दिया गया है।
05 Jan 2024
रांची : साहिबगंज में 1250 करोड़ रुपये के अवैध पत्थर खनन मामले में बुधवार को हुई छापेमारी के फलाफल पर ईडी ने गुरुवार को प्रेस बयान जारी किया है। ईडी ने बताया है कि उक्त छापेमारी में ईडी ने कुल 36.99 लाख रुपये नकदी की बरामदगी की, 30 बेनामी खातों की जानकारी मिली, जिसे फ्रीज करा दिया गया है। ईडी को साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव के कैंप कार्यालय से 7.25 लाख रुपये नकदी के अलावा नाइन एमएम के 19 कारतूस, .380 एमएम के दो कारतूस व पिस्तौल के पांच खोखे मिले। इसके अतिरिक्त ईडी ने अन्य सभी ठिकानों से छापेमारी में विभिन्न आपत्तिजनक डिजिटल उपकरण, दस्तावेज, रिकार्ड भी बरामद किया है।
हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार समेत 12 ठिकानों पर छापेमारी
ईडी ने बुधवार को झारखंड, बिहार, बंगाल व राजस्थान के 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इन ठिकानों में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू, साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव व साहिबगंज के डीएसपी राजेंद्र दुबे के आवास भी शामिल थे। ईडी ने अवैध पत्थर खनन के संबंध में विष्णु यादव, पवितर यादव, पंकज मिश्रा व अन्य के विरुद्ध भारतीय दंड विधि, शस्त्र अधिनियम आदि से संबंधित विभिन्न धाराओं के तहत साहिबगंज के एससी-एसटी थाने में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की थी।
झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश पर इस केस को सीबीआई ने भी अपने हाथ में ले लिया है, जिसकी जांच जारी है। बुधवार को की गई छापेमारी राज्य में बड़े पैमाने पर अवैध पत्थर खनन के विरुद्ध ईडी की जांच के क्रम में 51 तलाशी व आठ गिरफ्तारियों की ही अगली कड़ी है। इस पूरे प्रकरण में ईडी का अनुसंधान जारी है।
ईडी ने अपनी जांच में क्या पाया ?
ईडी ने उक्त केस की जांच के क्रम में पाया कि साहिबगंज इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध पत्थर खनन किया गया है। इस जांच में ईडी के अधिकारियों के साथ-साथ झारखंड सरकार के प्रशासनिक, वन, खनन, प्रदूषण नियंत्रण के अधिकारी भी शामिल हुए। इन अधिकारियों ने साहिबगंज जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध खनन गतिविधियों का निरीक्षण किया। संयुक्त रूप से किए गए निरीक्षण में बड़े पैमाने पर अवैध खनन के साथ-साथ भूमि व वन क्षेत्र के नुकसान की पुष्टि हुई है। इससे पर्यावरण को खतरा है।
संयुक्त निरीक्षण के दौरान 23.26 करोड़ घन फीट से अधिक का अवैध खनन पाया गया, जिसका अनुमानित बाजार मूल्य 1250 करोड़ रुपये पाया गया। ईडी की जांच में अवैध खनन गतिविधियों का सरगना पंकज मिश्रा मिला, जिसे ईडी ने 19 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया था।