पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री सह सांसद जयंत सिन्हा ने कहा है कि झारखंड का खजाना अब खाली हो गया है। हेमंत सरकार की अयोग्यता और इसकी गलत नीतियों के कारण ऐसा हुआ है। हेमंत सोरेन की सरकार बनने के समय खजाना भरा हुआ था। लेकिन यह सरकार अवांछित खर्च पर रोक नहीं लगा पाई और न ही राजस्व संग्रह कर पाई।
कोरोना वायरस के कारण मेडिकल कॉलेजों में खर्च बढ़ाना था, लेकिन तीन नए मेडिकल कॉलेजों में कई माह से निर्माण कार्य बंद है। भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को मीडिया से रूबरू होते हुए पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि केंद्र से आर्थिक सहयोग नहीं मिलने का राज्य सरकार का आरोप भी गलत है। कहा कि बजट में केंद्रीय हिस्सेदारी जहां पहले 23 हजार करोड़ रुपये हुआ करती थी, वहीं इस बार यह हिस्सेदारी 41 हजार करोड़ रुपये हो गई है। 1400 करोड़ रुपये डीएमएफ से भी मिला है।
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