राज्य के लगभग 1500 पारा शिक्षकों के मानदेय भुगतान पर लगी रोक हटा ली गयी है. झारखंड शिक्षा परियोजना ने इन पारा शिक्षकों को मानदेय का भुगतान कर दिया है. इसमें पलामू जिला के छतरपुर व नौडीहा प्रखंड के लगभग 453 पारा शिक्षक भी शामिल हैं.
इन शिक्षकों को जून 2019 से मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा था. दोनों प्रखंडों के पारा शिक्षकों की नियुक्ति में तय प्रक्रिया का पालन नहीं करने की बात कही गयी थी. इसके बाद दोनों प्रखंडों के पारा शिक्षकों के मानदेय भुगतान पर रोक दी गयी थी. इस दौरान कुछ पारा शिक्षकों ने नौकरी छोड़ दी. जो पारा शिक्षक सेवा में बने हुए हैं व अपना कार्य कर रहे हैं, उन्हें मानदेय का भुगतान किया गया है.
शिक्षकों को फिलहाल अप्रैल 2019 से अक्तूबर तक के मानदेय का भुगतान किया गया है. इसके अलावा वैसे पारा शिक्षक जो निर्देश के अनुरूप 31 मार्च 2019 तक शिक्षक प्रशिक्षण पूरा कर लिये थे, परंतु किन्हीं कारणों से उन्हें प्रमाण पत्र नहीं दिया गया था, वैसे पारा शिक्षकों के मानदेय भुगतान की प्रक्रिया भी शुरू की गयी है.
राज्य भर में लगभग 1100 पारा शिक्षकों को मानदेय का भुगतान किया गया है. इन पारा शिक्षकों को अपना प्रमाण पत्र जमा करने को कहा गया था. शिक्षकों द्वारा प्रमाण पत्र जमा किये जाने के बाद मानदेय का भुगतान किया गया. ज्ञात हो कि झारखंड एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा काफी दिनों से बकाया मानदेय भुगतान की मांग कर रहा था. मोर्चा के संजय दुबे ने मानदेय भुगतान के लिए सरकार के प्रति आभार जताया है.
राज्य के वैसे विद्यालय जहां बच्चों की संख्या 30 से कम थी, उन विद्यालयों को टैब नहीं दिया गया था. इस कारण ऐसे विद्यालयों के पारा शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति नहीं बना पाये थे. उपस्थिति विवरण में ऐसे पारा शिक्षकों की उपस्थिति शून्य बतायी गयी थी. इस कारण इन पारा शिक्षकों का मानदेय भुगतान नहीं हो पाया. जबकि, इन विद्यालयों के पारा शिक्षक अपना काम कर रहे थे. शिक्षा परियोजना ने सभी जिलों से ऐसे पारा शिक्षकों की जानकारी मांगी है. जिलों से पारा शिक्षकों की उपस्थिति की रिपोर्ट मांगी गयी है. इसके बाद इन पारा शिक्षकों को भी बकाया मानदेय का भुगतान किया जायेगा.
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