झारखंड में शिक्षा विभाग ने कल आठ नवंबर को कक्षा नौ से 12वीं तक का संशोधित सिलेबस जारी कर दिया. सिलेबस में 40 फीसदी की कटौती की गयी है. संशोधित सिलेबस व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सभी जिलों को भेज दिया गया है. लर्निंग मेटेरियल भेजे जाने को लेकर बनाए गए ग्रुप से जुड़े शिक्षकों को भी सिलेबस उपलब्ध करा दिया गया है. संशोधित सिलेबस के आधार पर ही परीक्षाएं आयोजित की जायेंगी.
शिक्षकों को बच्चों को सिलेबस भेजने के लिए कहा गया है. इसके अलावा वैसे बच्चे, जो व्हाट्सएप ग्रुप से नहीं जुड़े हैं, उन्हें अलग से सिलेबस उपलब्ध कराया जायेगा. संशोधित सिलेबस सभी विद्यालयों को भी भेजने का निर्देश दिया गया है. उल्लेखनीय है कि कक्षा एक से 12वीं तक के सिलेबस में 40 फीसदी की कटौती की गयी है. वर्ष 2021 की सभी परीक्षाएं संशोधित सिलेबस के आधार पर ही ली जायेंगी.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा संशोधित सिलेबस के आधार पर ही मॉडल प्रश्न पत्र भी जारी किया जायेगा. झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा संशोधित पाठ्यक्रम के आधार पर सभी विषयों के विभिन्न चैप्टर के अंकों का फिर से निर्धारण किया जायेगा. इसकी प्रक्रिया भी जल्द पूरी कर ली जायेगी. इसके बाद मॉडल प्रश्न पत्र जारी किया जायेगा. सूत्रों के अनुसार इस माह के अंत तक झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा परीक्षा फॉर्म जमा करने की तिथि घोषित की जा सकती है.
मॉडल प्रश्न पत्र दिसंबर के प्रथम सप्ताह में जारी होने की संभावना है. सिलेबस कटौती में इस बात का ध्यान रखा गया है कि वैसे चैप्टर को सिलेबस से नहीं हटाया जाये, जिसके बारे में विद्यार्थी पहली बार पढ़ाई कर रहे हैं. मालूम हो कि मैट्रिक और इंटर की परीक्षा मार्च में प्रस्तावित है. राज्य में 17 मार्च से विद्यालय बंद हैं तथा पठन-पाठन प्रभावित है.
शिक्षा विभाग बच्चों को ऑनलाइन लर्निंग मेटेरियल भेज रहा है. पर यह सिर्फ 28 फीसदी बच्चों तक ही पहुंच रहा है. बच्चों को राहत देने के लिए सरकार ने सिलेबस कटौती का निर्णय लिया गया था. सिलेबस में कटौती के लिए जुलाई में 13 सदस्य कमेटी बनायी गयी थी. कमेटी ने सिलेबस कटौती का प्रारूप फाइनल कर, इसे स्वीकृति के लिए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को भेजा था.
सीबीएसइ द्वारा भी सिलेबस में कटौती की गयी है. बोर्ड ने जुलाई में ही सिलेबस में 30 फीसदी की कटौती कर दी थी. सिलेबस कटौती के बाद संशोधित पाठ्यक्रम भी जारी कर दिया गया था. सीबीएसइ ने मॉडल प्रश्न पत्र जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल, मैट्रिक व इंटर के परीक्षार्थियों के लिए मॉक टेस्ट का भी आयोजन करता है, लेकिन मॉडल सेट प्रश्न पत्र जारी नहीं होने के कारण मॉक टेस्ट लेने में भी विलंब हो सकता है.
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