स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि विद्यालयवार और कक्षावार ऐसे विद्यालय जहां मध्याह्न भोजन ग्रहण करने के लिए एक भी प्लेट नहीं है, उनकी सूची मंगाई जाए। सरकार द्वारा भले ही स्कूल खोलने को लेकर किसी भी तरह का दिशा निर्देश अभी जारी नहीं किया गया है, लेकिन इसकी तैयारी अभी से ही शुरू हो गई है।
स्कूल खोलने के बाद मध्याह्न भोजन में किसी भी तरह की समस्या विद्यार्थियों को ना हो, इस दिशा में शिक्षा विभाग ने पहल शुरू की है। शिक्षा अधीक्षकों को इसकी रिपोर्ट जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। कहा गया है कि वैसे विद्यालय को चिन्हित किया जाए, जहां बच्चों के लिए प्लेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
पहले भी कई स्कूलों में ऐसा देखने को मिला है, जहां प्लेट की व्यवस्था नहीं होने से विद्यार्थियों को खाने में समस्या होती थी। कई छात्रों को घर से ही प्लेट लेकर आना पड़ता था। तब जाकर उन्हें खाना दिया जाता था। फिलहाल विभाग में जिला वार स्कूलों के नाम के साथ नामांकित छात्रों की संख्या मांगी गई है। वहीं, स्कूल में उपलब्ध थाली की संख्या और मौजूदा छात्रों की संख्या के आधार पर कितनी तालियों की आवश्यकता पड़ेगी, इसकी भी सूची मांगी गई है।
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