इस विधानसभा सीट पर पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,26,210 और महिला मतदाताओं की संख्या 1,24,510 है. रक्षा सेनाओं में कार्यरत मतदाता 274 हैं, जो भाजपा, झामुमो सहित कुल 12 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में दुमका से स्वयं हेमंत सोरेन चुनाव लड़े थे. उन्होंने 81,007 मत प्राप्त करके अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा की डॉ लुईस मरांडी को पराजित किया था, जो उस वक्त राज्य की कल्याण मंत्री थीं. डॉ लुईस मरांडी को कुल 67,818 मत मिले थे. उस समय मैदान में कुल 14 प्रत्याशी थे.
इसी प्रकार बोकारो जिला में बेरमो विधानसभा क्षेत्र के लिए भी चुनाव प्रचार रविवार की शाम पांच बजे थम गया. चुनाव प्रचार थमने के पूर्व झामुमो की अगुवाई वाले यूपीए गठबंधन के कार्यकर्ता एवं भाजपा नीत एनडीए गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने बेरमो विधानसभा क्षेत्र में जमकर प्रचार किया. यहां भी तीन नवंबर को मदान होगा. यहां मुख्य मुकाबला भाजपा के योगेश्वर महतो और कांग्रेस के अनूप सिंह के बीच है. यहां 3,12,212 मतदाता 16 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. मतदाताओं में 148017 महिलाएं, 1,64,194 पुरुष और 01 अन्य हैं.
बेरमो विधानसभा सीट पर 4,887 दिव्यांग मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, तो 80 साल से अधिक उम्र के 2,620 वोटर भी मत डालने के अधिकारी हैं. पूरे विधानसभा को एक क्लस्टर में रखा गया है और इसे 51 सेक्टर में बांटा गया है. कुल 100 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील घोषित किया गया है, तो 255 केंद्रों को संवेदनशील और 113 बूथ को सामान्य घोषित किया गया है. पोस्टल बैलट से मतदान करने वाले 2,343 वोटर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके हैं.
अमेरिका में राष्ट्रपति और बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के साथ-साथ झारखंड की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. मंगलवार (3 नवंबर, 2020) को अमेरिका अपना राष्ट्रपति चुनने के लिए वोट करेगा, तो बिहार विधानसभा के दूसरे चरण की वोटिंग होगी. वहीं, झारखंड में रिक्त पड़े दुमका और बेरमो विधानसभा क्षेत्र के मतदाता अपना प्रतिनिधि चुनेंगे. बिहार और झारखंड में रविवार की शाम को ही प्रचार का शोर थम गया.
झारखंड की दुमका सुरक्षित एवं बेरमो विधानसभा सीटों पर 3 नवंबर को मतदान होगा. चुनाव का शोर थमने से पहले प्रचार के दौरान मुख्य रूप से भाजपा और झामुमो प्रत्याशियों के पक्ष में नेताओं ने ताबड़तोड़ रैलियां कीं. नुक्कड़ सभाएं कीं और जनसंपर्क अभियान भी चलाया. भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन की तरफ से भाजपा प्रत्याशी डॉ लुईस मरांडी के पक्ष में पूर्व मुख्यमंत्रियों बाबूलाल मराण्डी, रघुवर दास तथा अर्जुन मुंडा के अलावा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश, सांसद निशिकांत दूबे सहित अनेक नेताओं ने अपनी ताकत झोंकी.
दूसरी ओर, राज्य में सत्तारूढ़ झामुमो के प्रत्याशी बसंत सोरेन की जीत के लिए स्वयं उनके बड़े भाई तथा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा प्रमुख रूप से मंत्री बादल पत्रलेख, विधायक इरफान अंसारी, मंत्री आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता के अलावा रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, राजद राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य संजय यादव व अन्य ने प्रचार किया.
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