सारठ (देवघर)-पालोजोरी प्रखंड के बगदाहा गांव निवासी महेश्वर राणा (65) की शुक्रवार को जामताड़ा के एक अस्पताल में इलाज के क्रम में मौत हो गयी. इस संबंध में महेश्वर राणा की बेटी मंगली देवी ने खागा थाना में आवेदन देकर सारठ व खागा थाना पुलिस पर बेरहमी से पीटने का आरोप लगाया है. बेटी मंगली का कहना है कि पुलिस की पिटाई से ही उनके पिता की मौत हो गयी. बेटी ने खागा व सारठ पुलिस पर कार्रवाई की मांग की है. आवेदन देकर बेटी ने कहा कि 12 अप्रैल शनिवार की सुबह लगभग नौ बजे खागा व सारठ थाने की पुलिस उसके घर बगदाहा राणा टोला पहुंची. इसके बाद पुलिस ने घर से उसके पिता महेश्वर राणा को मारपीट कर घसीटते हुए जबरन पुलिस वैन में बिठाया और साथ लेकर चले गयी. इसी क्रम में पुलिस ने उसकी मां के साथ भी मारपीट की. पुलिस ने ह भी नहीं बतायी कि उसके पिता को क्यों उठा कर ले जा रही है ? इसके बाद शनिवार की दोपहर ही लगभग 2 बजे पुलिस ने उसके पिता को लगभग बेहोशी की हालत में अधमरा स्थिति में घर के दरवाजा के पास छोड़कर चली गयी. घरवालों ने महेश्वर राणा की नाजुक स्थिति को देखकर उसे तुरंत बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल जामताड़ा में भर्ती करवाया, लेकिन बेरहमी से मारपीट करने के कारण डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. इसके बाद महेश्वर का शव जैसे ही उसके गांव बगदाहा राणा टोला पहुंचा लोगों का आक्रोश पुलिस के प्रति खुलकर सामने आ गया. लोग एक सुर से महेश्वर राणा की मौत के लिए पुलिस पदाधिकारी पर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की बात कर रहे थे.
महेश्वर के नाती पर है लड़की भगाने का आरोप
महेश्वर राणा की बेटी की शादी सारठ थाना क्षेत्र के लोधरा गांव में हुई है. उसी गांव के एक व्यक्ति ने महेश्वर के नाती पर उसकी बेटी को भगाने का आरोप लगाते हुए सारठ थाने में शिकायत की थी. लड़की के पिता के दबाव में आकर सारठ थाना की पुलिस बगदाहा गांव पहुंची. लड़की के पिता को यह शक था कि उसकी लड़की को लेकर महेश्वर राणा का नाती अपने नाना के घर ले गया हो. बगदाहा पहुंचने पर पुलिस को कुछ नहीं मिला. इसके बाद पुलिस महेश्वर राणा को उठाकर ले गयी.
मामले की हो सीआईडी जांच : चुन्ना सिंह
मामले की जानकारी मिलते ही विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह रविवार को बगदाहा गांव पहुंचकर परिजनों से मामले की जानकारी ली. इसके बाद उन्होंने पुलिस की कार्यशैली को लेकर गहरा आक्रोश जताते हुए कहा कि महेश्वर राणा की मौत के लिए पुलिस ही जिम्मेदार है. विधायक ने कहा : जिसे न्याय करना चाहिए, वही जब गलत करने लगे तो न्याय की आस किससे की जायेगी. पुलिस की कार्यशैली पिछले कुछ दिनों से संदेश पैदा करती है. पुलिस साइबर ठग के नाम पर भोले-भाले लोगों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रही है. महेश्वर राणा के मामले में सारठ व खागा थाना के पुलिस पदाधिकारी की संलिप्तता की जांच उच्चस्तरीय कमेटी या सीआइडी से कराने की मांग सरकार से की जायेगी.
आरोप गलत-सीसीआर डीएसपी
सीसीआर डीएसपी लक्ष्मण प्रसाद ने बताया कि आरोप गलत है. पॉक्सो एक्ट में पुलिस आरोपित को खोजने गयी थी, लेकिन वह नहीं मिला. 62 वर्षीय बुजुर्ग को उनके घर से पूछताछ के लिए लाया जा रहा था. रास्ते में बुजुर्ग ने कहा कि उपवास में हैं. इसके बाद पुलिस उन्हें उनके घर छोड़ आयी. बाद में तबीयत बिगड़ने के कारण किसी अस्पताल में मौत हुई है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो सकेगा.
ये भी पढ़ें: झारखंड के सरकारी स्कूलों के 12 हजार शिक्षकों का घटेगा वेतन, 20 साल बाद टूटी वित्त विभाग की नींद