Deoghar Tourist Place : बाबा की नगरी ‘देवघर’, बाबा बैद्यनाथ धाम और यहां लगने वाले श्रावणी मेले के कारण काफी मशहूर है. यहां सालों भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. वहीं श्रावण मास में यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु यहां बाबा के दर्शन करने पहुंचते हैं. बाबा बैद्यनाथ धाम के अलावा भी देवघर में कई खूबसूरत मंदिर और पर्यटन स्थल है. जहां आप मंदिर के दर्शन करने के साथ ही खूबसूरत नजारों का आनंद उठा सकते हैं. बाबा बैद्यनाथ धाम की भांति ही इन सभी मंदिरों का भी अपना विशेष महत्त्व है. अधिकतर लोग देवघर आकर केवल बाबा बैद्यनाथ धाम के दर्शन कर वापस लौट जाते हैं. लेकिन, अगर आप देवघर आते हैं तो आप अन्य पर्यटन स्थलों का भी आनंद उठा सकते हैं. देवघर में आप हसीन वादियों के बीच रोपवे और भक्ति का भी आनंद उठा सकते हैं.
नौलखा मंदिर
नौलखा मंदिर बाबा बैद्यनाथ धाम से महज 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस मंदिर की संरचना बेलूर मंदिर की भांति है. इस मंदिर में राधा-कृष्ण की प्रतिमा स्थापित है. मंदिर परिसर में राधा-कृष्ण के दर्शन और पूजन के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है. मंदिर देखने में बेहद ही खूबसूरत और भव्य है. यह मंदिर वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है. 146 फीट ऊंचे नौलखा मंदिर का निर्माण पश्चिम बंगाल के पथुरिया घाट राज घराने की रानी चारूशिला के द्वारा 1941 में कराया गया था. कहा जाता है कि इसके निर्माण में 9 लाख रुपये की लागत आई थी. इसलिए इसका नाम नौलखा मंदिर पड़ा है.
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बाबा बासुकीनाथ धाम

बाबा बासुकीनाथ धाम देवघर – दुमका राज्य राजमार्ग पर स्थित है. बाबा बैद्यनाथ में जल अर्पित करने के बाद श्रद्धालु सीधा बाबा बासुकीनाथ धाम पहुंचते हैं. मान्यता भी है कि जब तक बासुकीनाथ के दर्शन न किए जाए तब तक बाबा बैद्यनाथ की यात्रा अधूरी ही मानी जाती है. बासुकीनाथ मंदिर बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर से लगभग 42 किलोमीटर दूर है.
त्रिकुट पर्वत

त्रिकुट पर्वत देवघर में सबसे रोमांचक पर्यटन स्थलों में से एक है. यहां आप ट्रेकिंग, रोपेवे, वन्यजीवन एडवेंचर्स जैसे शानदार एक्टिविटी का आनंद उठा सकते हैं. इस पहाड़ में तीन चोटियां हैं जो हिंदू धर्म के तीनों देव- ब्रह्मा, विष्णु और महेश के नाम पर हैं. त्रिकूट पर्वत की सारी धार्मिक मान्यताओं के अलावा यहां 1 हजार 282 फीट की सबसे ऊंची चोटी पर ले जाने के लिए रोपवे भी बना हुआ है. जिसकी लंबाई 2 हजार 512 फीट है. 26 ट्रॉलियों वाली ये रोपवे एशिया की सबसे ऊंची रोपवे है, जो पर्यटकों को सिर्फ 8 मिनट में पर्वत के शिखर पर पहुंचा देती है.
नंदन पहाड़

नंदन पहाड़ बाबा बैद्यनाथ धाम से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. शहर के किनारे एक छोटी-सी पहाड़ी है जी नंदन पहाड़ के नाम से प्रसिद्ध है. नंदन पहाड़ बच्चों के लिए बेहद रोमांचक जगह है. यहां एक बगीचा, तालाब और नंदन हिल एंटरटेनमेंट पार्क नाम का एक प्रसिद्ध थीम पार्क है. यहां सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का दृश्य काफी मनोरम होता है. अक्सर पर्यटक यहां उगते सूर्य की लालिमा और डूबते सूर्य की बेहतरीन छठा देखने आते हैं.
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