झारखंड समाचार: अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना नई दिल्ली, झारखंड और रांची विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग ने सामूहिक ‘इतिहास लेखन में महिला विमर्श’ विषय पर दो दिव्य महिला इतिहासकार सम्मेलन का आयोजन किया। संश्लेषण का रविवार को समापन हो गया। इस संस्थान में देश भर से आई महिला शोधार्थियों ने 145 पुस्तिकाएं प्रस्तुत कीं। संगोष्ठी के दूसरे दिन 4 सत्रों में कुल 80 शोध पत्र प्रस्तुत किये गये। समापन समारोह में मुख्य अतिथि पद्मश्री छुटनी देवी ने कहा कि हम भारत की नारी हैं, फूल नहीं शृंगारी हैं। उन्होंने कहा कि स्त्री और पुरुष एक समान हैं। दोनों एक-दूसरे से कम नहीं हैं और दोनों का महत्व है। उन्होंने डायन को महिलाओं से आगे आने से रोकने के लिए अपील की।
डायन पर रोक के लिए झारखंड में होगा शोध
इधर, डायन पार्टिसिपेंट जैसी सोशल कुरीति को रोकने के लिए डायन पार्टिसिपेंट्स ने रिसर्च इंस्टिट्यूट की घोषणा की है। संस्थान ने कहा है कि डायन को झारखंड के लिए नियुक्त किया गया है। झारखंड के ग्रामीण क्षेत्र और विशेष रूप से आदिवासी समाज इस अंधविश्वास से प्रभावित हैं।
प्रॉपर्टी हज़रात के लिए महिलाओं को डायन स्थायी रूप से मारा जाता है
आए दिन डायन के नाम पर महिलाओं को चौंका कर उनकी हत्या होती है। विधवा, निःसहाय महिला व वृद्धा की संपत्ति हवेली, योजना के तहत महिलाओं को बंधक बनाने या उसकी हत्या करने में इस कुप्रथा का सहारा लिया जाता है। डायन प्रथा के खिलाफ कानून बने और जागरूकता अभियान के बाद भी न तो प्रताड़ना में कमी आई है, न ही ऐसी घटनाएं पर रोक लग पाई है।
रामानंद मुंडा जन जातीय अनुसंधान संस्थान ने की अनुसंधान की तैयारी
डॉ. रामानुज मुंडा जनजातीय शोध संस्थान, (मोरहाबादी, रांची) ने डायन प्राइमरी पर शोध करने की तैयारी कर ली है। शोध का विषय ‘किस तरह की डायन प्रथा की वजह से जेबाब समाज का सामाजिक और आर्थिक तानाबाना टूट रहा है’ होगा। सरकार से अनुसंधान का इंटरफ़ेस मिल गया है।
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अब तक के लाइसेंस में क्या पता चला?
अभी तक अलग-अलग समूहों पर शोध या अध्ययन किया गया है, जिनमें डायन पार्टि को समुदाय में प्रचलित अंधविश्वास और अशिक्षा से जुड़ा हुआ देखा गया है। हालाँकि, संस्थान के प्रारंभिक अध्ययन से पता चला है कि डायन प्राइमरी के कारण पीड़ित परिवार या व्यक्ति के सामाजिक और आर्थिक जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। डायन के आदेश के बाद पीड़ित व्यक्ति या परिवार का सामाजिक बहिष्करण कर दिया जाता है। इस कारण वह समाज और गांव से कट जाते हैं।
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शोध के परिणाम से डायन प्राइमरी पर स्क्रैप प्राप्त करने में मदद
ताज़ा शोध के जो नतीजे आयेंगे, उनकी से सरकार को डायन प्रापर्टी पर मदद के लिए उपकरण बनाने में सहायता मिलेगी। यह भी जाना जा सकता है कि डायन प्रापर्टी पर अब तक के प्रयास कैसे किए जा सकते हैं और इसे बेहतर कैसे बनाया जा सकता है।
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