रांची: तहफ़्फ़ुज ए औकाफ कन्फ्रेंस इरबा में राजकुमारी ने पूरी तरह से वक्फ संसोधन बिल 2024 का बायकाट किया। एक आवाज में पिशाच ने इस बिल को रद्द करने की मांग की। अमीर ए शरीयत इमाम अहमद वली फैसल रहमानी कंसल्टेंसी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड और सज्जादा नशीन खानकाह रहमानी संगीत वाद्ययंत्र की ओर से बांसवाड़ा में झारखंड के बांसुरी वादक ने संगीत वाद्ययंत्र कर वक्फ संसोधन बिल 2024 को रद्द करने तक की घोषणा कर दी। प्रोग्राम को दिखाते हुए अमीर ए शरीअत ने कहा कि इस बिल को हम पूरी तरह से खारिज करते हैं। यह बिल अभिनेत्री के लिए कहीं से भी सही नहीं है। अमीर ए शरीअत मौलाना फैसल वली रहमानी ने कहा कि वक्फ बिल के हम सभी लोग विरोध करते हैं। ये बिल फंडामेंटल राइट्स के खिलाफ है। कोई भी कानूनी समस्या हल करने के लिए नहीं बनाई गई है, लेकिन यह बिल वक्फ की जमीन अधिग्रहण के लिए है। आख़िर में अमीर ए शरीयत ने कहा कि जल्द ही झारखंड में रहमानी 30 सेंटर केरोगा। अमीर ए शरीअत ने अपने कम समय में बहुत ही महत्वपूर्ण बातें बताईं और नाटकों को वक्फ संसोधन बिल 2024 की कुछ खास बातें भी बताईं।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर सहाब आर्यन ने किया। जबकि कार्यक्रम की शुरुआत कारी जान मोहम्मद की तिलावत एक कुरान से की गई थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनवर अख्तर ने अपने स्वागत भाषण में अपने समर्थकों का स्वागत किया और कहा कि केंद्र सरकार मुसलमानों के मूल और संवैधानिक अधिकार को छीनना चाहती है। इस बिल में ऐसी कई धाराएं हैं जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं। वक्फ संशोधन बिल वक्फ व्यवस्था को कमजोर करना, मुस्लिम समुदाय को हाशिए में लाना, धार्मिक अधिकारों को खत्म करना है। आइए हम सभी न्यायप्रिय, साम्यवादी और संवैधानिक अखंडता के शेयर बनाए रखें और कारीगरों के सदस्यों को विभाजित करें। वहीं नारायणसी सदस्य के सह समाजवादी डॉक्टर शाहिद नासिर हुसैन ने अपनी याचिका में कहा कि एक साथ मिलकर बीजेपी से लड़ाई जोड़ी जाएगी। मोबलिंचिंग में अन्य लोगों को नष्ट कर दिया जाता है तो मुसलमानों को देर से क्यों देना चाहिए। हम झारखंड सरकार से और अनुष्का शर्मा से कहते हैं कि दस दिनों के भीतर हज कमेटी का गठन हो गया। कांग्रेस के समय में ही सच्चर समिति की समर्थक आई थी, जिसके तुरंत बाद केंद्र में भाजपा की सरकार आ गई, इसलिए काम न हो सका। लेकिन जहां-जहां कांग्रेस है वहां सच्चर कमेटी काम कर रही है। हमारे नेता राहुल गांधी जी ने नारा दिया है कि उनके पास सबसे ज्यादा शेयर हैं। इसलिए झारखंड क्षेत्र में झील किनारे, आप लोग एक साथ मिलकर काम करें। हम आप लोगों से अपील करते हैं कि आप कांग्रेस, झामुमो, राजद और गठबंधन की सरकार गठबंधन को मजबूत बनाएं। वहीं रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य मौलाना मोहिब अब्बास नदवी ने कहा कि हिंदू मुस्लिमों में हमेशा के लिए अलगाव पैदा होना चाहता है, लेकिन कभी कमियाब नहीं होगा। एक वस्तु समाप्त हो गई तो दूसरी वस्तु की स्थिति समाप्त हो गई। भाजपा देश से मुहब्बत नहीं देश को तोड़ना चाहती है। झारखंड और देश के लोगों को वैज्ञानिक होने की जरूरत है। सच और झूठ की लड़ाई है। वहीं, झारखंड सरकार के मंत्री डॉ. रामाराव स्क्रैच ने अपनी किताब में कहा कि बीजेपी की साजिश पीछे हटी नहीं। जान बुझ कर देश में पैदा होना चाहता है। इस बिल के खिलाफ हम आवाज उठाएंगे और तेलंगाना की तरह इस बिल के खिलाफ झारखंड में काम करेंगे। मुख्यमंत्री से इस संबंध में बात करेंगे। वहीं जापान के कम्युनिस्ट नेता इमरान खान के आतंकवादी मसूद ने अपनी मस्जिद में कहा कि वक्फ की लड़ाई नहीं, बल्कि संविधान असहमत की लड़ाई है। भाजपा की केंद्र सरकार वक्फ की जमीन पर कब्ज़ा करना चाहती है यानी अपने लोगो को फ़ायदा पहुंचाना चाहती है। हम इस बिल के खिलाफ लड़ेंगे। वहीं वरिष्ठ कांग्रेसी विचारक अहमद शोधकर्ता ने कहा कि गठबंधन के साथ मुस्लिम खड़ा है, लेकिन चित्रा को मिला? हमने वोट किया किस मुंह से कट्टर, गठबंधन सरकार ने मुसलमानों के लिए किया काम। ऐसा नहीं कहा जा सकता है। ग्रामीण विकास मंत्री डॉक्टर अख्तर अख्तर ने कहा कि हमने वादा किया है कि यह बिल नहीं आएगा, हम गांव से लड़ेंगे। अभी अयोध्या ट्रस्ट बनाया गया एक भी मुस्लिम को नहीं रखा गया। तो वक्फ ट्रस्ट में हिंदू भाई को आने की जरूरत है। कियू हिंदू मुस्लिम को लड़ना चाहते हैं। तिलंगाना सरकार की तरह झारखंड में भी काम करेंगे। दस जून की घटना में बे गुनाह लड़के को परेशान किया जा रहा है। अब ये नहीं होगा.. वहीं बिहार के पूर्व मंत्री जावेद दाख़िल ने कहा कि आज एक दूसरे के साथ मिलकर चलने की ज़रूरत है। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट कांग्रेस के समय में आई तो फिर लागू कियू नहीं। हमने तो हमेशा कांग्रेस को वोट दिया है लेकिन मिला?। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलेश महतो ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा मैनुरेटी के हित के लिए बैटल गर्ल है। पार्टी कांग्रेस इस बिल के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही है। वहीं पूर्व मंत्री सुधाकांत असहाय ने कहा कि अनवर के वकील गुदड़ी के लाल हैं। वक्फ पर इतना अच्छा कोई शिक्षक नहीं समझा पाता अध्ययनरत अच्छा अमीर ए शरीयत मौलाना फैसल वली रहमानी ने सामा। भाजपा की निगाहें वक्फ की जमीन पर टिकी हुई हैं। इस सम्मेलन में पूर्व मंत्री फुरकान वकील, विधायक राजेश ठाकुर, होटल सीके के सचिव परनब झा, वक्फ बोर्ड के इबरार अहमद, मौलाना सैयद तहजीबुल हसन, अल्पसंख्यक आयोग के वारिश मीर, डॉक्टर तौशीफ, नसीम अहमद, खुर्शीद हसन रूमी, सईद नेहाल अहमद, जावेद इश्तियाक अहमद, मौलाना साबिर, सरफराज अख्तर, मौलाना आफताब आलम नदवी, हसीब अख्तर अहमद, मुफ्ती कमर आलम कासमी, शेखर हसन रिजवी समेत झारखंड के हर जिले से आए संकडो लोग मौजूद थे।
Trending
- खिलाड़ियों को 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा में मिलेंगे बोनस अंक एनसीसी-एनएसएस को भी लाभ
- जशपुर अंचल में लोकप्रिय हो रही है स्ट्राबेरी की खेती प्रति एकड़ 3 से 4 लाख तक कमाई 60 किसान कर रहे हैं खेती रायपुर 24 फरवरी 2025/ छत्तीसगढ़ के ठंडे क्षेत्रों में स्ट्राबेरी की खेती लोकप्रिय होे रही है। अपने लजीज स्वाद और मेडिसिनल वेल्यू के कारण यह बड़े स्वाद के खाया जाता है। राज्य के जशपुर, अंबिकापुर, बलरामपुर क्षेत्र में कई किसान इसकी खेती कर रहे हैं। स्ट्राबेरी की अभी स्थानीय स्तर पर ही खपत हो रही है। इसकी खेती से मिलने वाले लाभ के कारण लगातार किसान आकर्षित हो रहे हैं। एक एकड़ खेत में इसकी खेती 3 से 4 लाख की आमदनी ली जा सकती है। जशपुर जिले में 25 किसानों ने 6 एकड़ में स्ट्राबेरी की खेती की की शुरूआत की थी, अब 33 किसान 42 एकड़ में स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं। जशपुर में विंटर डान प्रजाति की स्ट्राबेरी के पौधे लगाए गए हैं। इन किसानों को उद्यानिकी विभाग की योजना राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत तकनीकी मार्गदर्शन और अन्य सहायता मिल रही है। किसानों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में होने वाली स्ट्राबेरी की गुणवत्ता अच्छी है और साथ ही स्थानीय स्तर पर उत्पादन होने के कारण व्यापारियों को ताजे फल मिल रहे हैं। जिसके कारण उन्हें अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। नाबार्ड के एफएसपीएफ योजना के तहत रीड्स संस्था द्वारा बगीचा विकासखंड के ग्राम सन्ना, अकरीकाना, लोरो, कोपा, लरंगा और मैना गांव का चयन स्ट्रॉबेरी की खेती करवाई थी। साल 2023 में उत्पादन भी बेहतर हुआ था और उच्च क्वालिटी के स्ट्रॉबेरी निकले थे। इसे देखते हुए साल 2024 में उद्यान विभाग द्वारा किसानों को किसानों को स्ट्रॉबेरी के उत्पादन से जोड़ा गया और किसानों को विभाग द्वारा सहयोग भी दिया गया है। किसान रीड्स संस्था की देखरेख में लगभग 60 किसान स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं। धान के मुकाबले 8 से 9 गुना फायदा स्ट्राबेरी की खेती धान के मुकाबले कई गुना फायदे का सौदा है। जहां धान की खेती के लिए मिट्टी का उपजाऊपन के साथ साथ ज्यादा पानी और तापमान की जरूरत होती है वहीं स्ट्राबेरी के लिए सामान्य भूमि और सामान्य सिंचाई में भी यह लगाया जा सकता है। धान की खेती में जहां देख-रेख की ज्यादा जरूरत पड़ती है वहीं स्ट्राबेरी के लिए देख-रेख की कम जरूरत पड़ी है, सिर्फ इसके लिए ठंडे मौसम की जरूरत होती है। जहां धान से एक एकड़ में करीब 50 हजार की आमदनी ली जा सकती है वहीं स्ट्राबेरी की खेती में 3 से 4 लाख की आमदनी हो सकती है। इस प्रकार धान से 8-9 गुना आमदनी मिलती है। स्ट्राबेरी की खेती छत्तीसगढ़ के ठंडे क्षेत्रों में ली जा सकती है। इसके लिए राज्य के अंबिकापुर, कोरिया, बलरामपुर, सूरजपुर जशपुर का क्षेत्र उपयुक्त है। जमीन का उपजाऊ होना आवश्यक नहीं जशपुर के किसान श्री धनेश्वर राम ने बताया कि पहले उनके पास कुछ जमीन थी जो अधिक उपजाऊ नहीं थी वह बंजर जैसी थी। मुश्किल से कुछ मात्रा में धान की फसल हो पाती थी। जब उन्हें विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन मिलने पर फलंों की खेती प्रारंभ की। नाबार्ड संस्था से सहयोग भी मिला।
- विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक आयोजित
- छत्तीसगढ़ के किसान की अनोखी तरकीब, कम मेहनत में ज्यादा कमाई! रायपुर / छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में किसानों ने जल संकट के बीच एक नई राह खोज ली है। जहां देशभर के किसान पारंपरिक खेती में अधिक पानी और लागत झोंक रहे हैं, वहीं कुर्रु गांव के रामनाथ और चैतराम ने अपनी सोच बदलकर न केवल मुनाफा बढ़ाया बल्कि जल संरक्षण का भी नया मॉडल पेश किया।
- ePaper – 24 Feburary 2025
- ePaper – 23 Feburary 2025
- मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के जन्मदिवस पर बगिया में हुआ श्री सत्यनारायण व्रत कथा का आयोजन
- कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय की सचिव श्रीमती दीप्ति गौर मुखर्जी ने पीएमआईएस की समीक्षा पीएमआईएस ढांचे को मजबूत बनाने पर दिया जोर रायपुर / भारत सरकार के कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय की सचिव श्रीमती दीप्ति गौर मुखर्जी ने कल यहां मंत्रालय में प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना पीएमआईएस की समीक्षा की। मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन की उपस्थिति में आयोजित इस बैठक में ें छत्तीसगढ़ में पीएमआईएस योजना के कार्यान्वयन और प्रभाव का व्यापक मूल्यांकन किया गया। बैठक में भारत सरकार के कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री बालामुरुगन डी., छत्तीसगढ़ के कौशल विकास तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, छत्तीसगढ़ के रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज- सह -शासकीय समापक श्री सीताराम शरण गुप्ता, उच्च शिक्षा सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास सचिव, श्रम विभाग सचिव, तथा स्कूल शिक्षा के अपर सचिव भी उपस्थित थे।