झारखंड के दुमका में पश्चिम बंगाल की किशोरी से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले की दरिंदगी रूह कंपा देनेवाली है। सामूहिक दुष्कर्म के दौरान किशोरी की मदद के लिए जो युवक मददगार बन कर आए थे वे भी वहशी बन गये और उसकी इज्जत को तार-तार कर दिया। इस हैवानियत को तब अंजाम दिया गया जब किशोरी अपने एक करीबी रिश्तेदार की शादी में शामिल होने दुमका आई थी।
झारखंड के दुमका में पश्चिम बंगाल की किशोरी के साथ हुआ सामूहिक दुष्कर्म रूह कंपा देने वाला है। सामूहिक दुष्कर्म के दौरान जो युवक किशोरी की मदद करने आए थे, वे भी वहशी बन गये और उसकी इज्जत को तार-तार कर दिया।
मामला यह है कि किशोरी के एक करीबी रिश्तेदार की 11 जून को दुमका में शादी थी। वह इसमें शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल से आई थी। यहां उसकी एक युवक से दोस्ती हो गई
रात करीब 11 बजे किशोरी अपने नये दोस्त के साथ बात कर रही थी। तभी गांव के दो युवकों ने दोनों को पहले फटकार लगाई और फिर किशोरी को पास की झाड़ियों में लेकर चले गए, जहां पर दोनों युवकों के साथ ही किशोरी के दोस्त ने भी दुष्कर्म किया।
किशोरी की चीख जब दोस्त को बर्दाश्त नहीं हुई, तो वह गांव भागा और मदद के लिए दो अन्य युवकों को लेकर आया। दरिंदगी की हद यह कि इन दोनों युवकों ने भी किशोरी से दुष्कर्म किया।
इस तरह से पांचों ने किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। वहशी दोस्त फिर गांव आया और तीन अन्य लड़कों को बुलाकर लाया। फिर तीनों ने किशोरी को दरिंदों के चंगुल से मुक्त कराया।
किसी ने नहीं सुना दर्द
सामूहिक दुष्कर्म के बाद किशोरी शादी घर वापसी आई और रिश्तेदारों को सारी बात बताई। रिश्तेदार शादी में इतने मग्न थे कि किशोरी की बात गंभीरता से नहीं लिया।
12 जून को किशोरी अपने घर पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट इलाके में वापस आ गई। उसने अपने भाई को सारी बात बताई। भाई अगले दिन यानी 13 जून को दुमका के स्थानीय थाना में आया और पुलिस को सारी घटना के बारे में बताया।
पांचों आरोपित भेजे गये जेल
दुमका के शिकारीपाड़ा में बंगाल की किशोरी से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने पांचों आरोपित को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया है।
पुलिस पीड़िता के उन कपड़ों को एकत्र करने में लगी, जो उसने घटना के समय पहने थे। आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस कर साक्ष्य एकत्र कर रही है। सभी आरोपितों की मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जांच कराई गई।