झारखंड के लातेहार में कुमंडीह रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार रात ट्रेन हादसे में चार लोगों की मौत हो गई जबकि कई गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक इंटरसिटी एक्सप्रेस कुमंडीह रेलवे स्टेशन के पास पहुंची ही थी कि यात्रियों के बीच ट्रेन में आग लगने की सूचना फैल गई जिससे डरकर कुछ यात्रियों ने छलांग लगा दी और मालगाड़ी की चपेट में आ गए।
रांची-सासाराम इंटरसिटी एक्सप्रेस (18635) से शुक्रवार रात यात्रा कर रहे चार यात्रियों की लातेहार के कुमंडीह स्टेशन के पास दूसरी पटरी पर सामने से आ रही मालगाड़ी से कटकर मौत हो गई। इनमें दो महिला व दो पुरुष शामिल हैं।
ये सभी यात्री ट्रेन में आग लगने की अफवाह फैलने के बाद मची अफरातफरी के बीच जान बचाने के लिए अगल-बगल कूद रहे थे। इसी क्रम में वह दूसरी पटरी पर सामने से आ रही मालगाड़ी की चपेट में आ गए। हादसे में आधा दर्जन से अधिक यात्री घायल हुए हैं, जिनका लातेहार में इलाज चल रहा है।
जान गंवाने वालों में शामिल एक महिला की पहचान बिहार के रोहतास जिले के नासरीगंज क्षेत्र के हरिहरगंज गांव निवासी 40 वर्षीय मंजू देवी, एक बुजुर्ग की पहचान पलामू के लेस्लीगंज निवासी 72 वर्षीय नंदलाल शुक्ला और एक अन्य की पहचान गढ़वा जिले के विकास कुमार रजक (30वर्ष) के रूप में हुई है। वहीं, एक महिला मृतक की पहचान नहीं हो सकी है।
हादसे के बाद बरकाकाना-बरवाडीह रेलखंड पर लगभग दो घंटे तक रेल यातायात प्रभावित रहा। रात लगभग 10 बजे उक्त रूट पर रेल परिचालन सामान्य हुआ।
शाम पांच बजे रांची से खुली थी ट्रेन
रांची-सासाराम इंटरसिटी एक्सप्रेस (18635) शुक्रवार शाम पांच बजे रांची से खुली थी। रात लगभग आठ बजे ट्रेन लातेहार के कुमंडीह स्टेशन के पास पहुंची। यहां ट्रेन का ठहराव नहीं है, लेकिन ब्रेक लगाए जाने के कारण ट्रेन धीमी गति से चल रही थी।
इसी बीच, किसी ने अफवाह फैला दी कि ट्रेन के इंजन में आग लग गई है। इसके बाद अफरा तफरी मच गई और कई यात्री घबराकर चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश करने लगे। कई लोग नीचे कूदकर भागने लगे। कुछ यात्री बगल वाली पटरी पर गिरे, जिन्हें विपरीत दिशा से आ रही मालगाड़ी कुचलते हुए निकल गई।
जब तक कुछ समझ पाते भाई ट्रेन से उतर गए
ट्रेन हादसे में मारे गए नंदलाल शुक्ला पलामू जिले के लेस्लीगंज प्रखंड के कमल केडिया गांव के निवासी हैं। उनका भाई दीनानाथ शुक्ला ने बताया कि कुमांडीह स्टेशन पर ट्रेन की रफ्तार धीमी हुई। इसके साथ ही इंजन में आग लगने की अफवाह फैली। वे चलती ट्रेन से उतरने का प्रयास करने लगे।
जब तक वह समझ पाते उनका भाई भी उतर गए और दूसरी तरफ से आ रही मालगाड़ी की चपेट में आ गए। वे अपने बड़े भाई नंदलाल शुक्ला का इलाज कराने गए थे। रोहतास जिला निवासी मृतका मंजू देवी के देवर जयप्रकाश गुप्ता ने बताया कि वे लोग आठ जून की रात पुरी दर्शन के लिए घर से निकले थे। दर्शन करने के बाद आज ही तपस्विनी एक्सप्रेस से रांची लौटे थे।
हादसे की आंखोदेखी
अग्निशमन यंत्र के धुएं के बाद मची भगदड़ ट्रेन में यात्रा कर रहे पलामू के पड़वा निवासी सुधीर कुमार मेहता ने बताया कि ट्रेन में आग की अफवाह के बाद एक कोच में किसी ने बाथरूम के पास रखे अग्निशमन यंत्र का लाक खोल दिया। इससे बोगी में धुआं फैल गया। यात्रियों ने इसे आग का धुआं समझा। इस धुएं के बाद लोग भागकर कूदने लगे और भगदड़ जैसी स्थिति हो गई।
हेल्पलाइन नंबर जारी
कुमंडीह में हुई दुर्घटना के बाद रेलवे ने यात्रियों व स्वजन की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। कामर्शियल कंट्रोल, धनबाद के लिए 0326-2209880, धनबाद स्टेशन के लिए 8756997647, डालटनगंज के लिए 79091092320, बरवाडीह स्टेशन के लिए 7485808559, कुमंडीह के लिए 7541813230 नंबर है।