लोकसभा चुनाव-2024 से पहले राजमहल लोकसभा क्षेत्र की मतदाता सूची से बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम डिलीट कर दिए गए थे। सिर्फ राजमहल लोकसभा क्षेत्र के तहत राजमहल विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची से ही आठ से दस हजार नाम उड़ा देने का आरोप लगा है। इस मामले की शिकायत राजमहल के विधायक अनंत ओझा ने चुनाव आयोग से की है।
लोकसभा चुनाव-2024 से पहले राजमहल लोकसभा क्षेत्र की मतदाता सूची से बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम डिलीट कर दिए गए थे। सिर्फ राजमहल लोकसभा क्षेत्र के तहत मतदाता सूची से ही आठ से दस हजार नाम उड़ा देने का आरोप लगा है।इस मामले की शिकायत राजमहल के विधायक और भाजपा नेता अनंत ओझा ने चुनाव आयोग से की है। राजमहल लोकसभा सीट से तला मरांडी को भाजपा की तरफ से उम्मीदवार बनाया गया था।
मतदाता सूची से नाम उड़ा देने से हजारों लोग मतदान से वंचित
भाजपा विधायक ने कहा कि मतदाता सूची से नाम उड़ा देने के कारण हजारों की संख्या में लोग मतदान से वंचित हो गए थे। एक तरफ चुनाव आयोग शत प्रतिशत मतदान की बात कहता रहा तो दूसरी तरफ इतनी बड़ी संख्या में मतदाता मतदान नहीं कर पाए। राजमहल विधान सभा क्षेत्र से हर चुनाव में बढ़त बनाने वाली भाजपा इस बार लोकसभा चुनाव में 3597 वोट से पिछड़ गई। इसके बाद भाजपा नेताओं ने इसकी पड़ताल शुरू की तो यह बात सामने आई।
राजमहल विधायक अनंत ओझा ने इस मामले से चुनाव आयोग को भी अवगत कराया है। इसके लिए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। वैसे अब तक बीएलओ के माथे पर ठिकरा फोड़ा जा रहा है लेकिन जितनी संख्या में मतदाता सूची से नाम हटाया गया है वह किसी बीएलओ के बूते की बात नहीं है।
बांग्लादेशी कनेक्शन की आशंका
इसमें किसी बड़ी साजिश की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है क्योंकि बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से राजमहल विधानसभा क्षेत्र की डेमोग्राफी में काफी बदलाव हो चुका है। राजमहल लोकसभा क्षेत्र के पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र के बाद अब राजमहल में भी मुस्लिम समुदाय के लोग निर्णायक भूमिका में आ चुके हैं। मतदाता सूची से सिर्फ हिंदुओं का ही नाम गायब हुआ है।
कहा जाता है कि सबसे अधिक तीनपहाड़ मंडल क्षेत्र के मतदाताओं का नाम गायब हुआ है। यह सभी भाजपा के परंपरागत वोटर हैं। भाजपा तीनपहाड़ मंडल के अध्यक्ष सागर मंडल कहते हैं कि तीनपहाड़ मंडल के कुल 60 मतदान केंद्र से जुड़े करीब दो हजार मतदाता का नाम मतदाता सूची से गायब है। इतनी बड़ी संख्या में मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से गायब होना एक संयोग नहीं हो सकता है। उन्होंने इसे प्रतिद्वंदियों की सोची समझी साजिश बताया है।
केस स्टडी-1
राजमहल विधानसभा क्षेत्र की सैदपुर पंचायत की मुखिया तेरेसा टुडू इस बार मतदान नहीं कर सकी। वह पिछले तीन बार से पंचायत की मुखिया निर्वाचित हो रही हैं। एक जून को जब वोट देने बूथ पर गई तो पता चला उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है। पंचायत के सभी बूथों की वोटर लिस्ट में नाम खोजा लेकिन नहीं मिला। उनके अलावे पंचायत के करीब सौ मतदाता का नाम इस बार के चुनाव में वोटर लिस्ट में नहीं था। इस वजह से कोई भी मतदान नहीं कर सका।
केस स्टडी-2
राजमहल विधानसभा क्षेत्र के कन्हैयास्थान सैदपुर निवासी दशरथ मंडल की उम्र करीब 40 साल है। करीब 20 साल से वह लोस और विस चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करते रहे हैं लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में मत नहीं दे पाए। मतदान के दिन जब वह मतदान केंद्र पहुंचे तो सूची में उनका नाम नहीं मिला। पंचायत के सभी बूथों पर उन्होंने अपना नाम खोजा लेकिन कहीं नहीं मिला। पता चला कि उनके माता-पिता, भाई सहित परिवार के पांच सदस्य का नाम मतदाता सूची में नहीं है। इसके चलते परिवार का कोई भी सदस्य वोट नहीं दे सका।
विधायक ने क्या कहा
राजमहल विधानसभा क्षेत्र के 18 हजार से अधिक मतदाताओं का नाम साजिश के तहत मतदाता सूची से काट दिया गया जिस वजह से वह मतदान नहीं कर पाए। सभी भाजपा के समर्थक थे। इस मामले से चुनाव आयोग को अवगत कराया गया है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं साहिबगंज के उपायुक्त हेमंत सती ने कहा कि राजमहल विधायक अनंत ओझा ने बड़ी संख्या में मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से नाम काटने की शिकायत की है। उन्हें इसकी सूची देने को कहा गया है। अगर इस तरह की गड़बड़ी जानबूझकर की गई है तो ऐसा करने वाले कर्मियों को चिह्नित कर उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।