रांची। झारखंड कांग्रेस के विस्तार के बाद प्रदेश कांग्रेस में घमासान कचरा है। पार्टी के 17 मई से 12 बजे तक बनारस ने विरोध का झंडा बुलंद किया है। इनमें से 10 नामचीन हस्तियों के दिल्ली पहुंचने की खबर है। इससे पहले पार्टी के आठ दलों ने रांची में एक बैठक की। इस बैठक की जानकारी बैठक के बाद झारखंड सरकार के मंत्री बसंत सोरेन ने निवेशकों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन देने का प्रयास किया लेकिन बच्चन ने अपनी बात नहीं रखी। दिल्ली पार्टी अलकमान से शिकायत करने आए हैं और अगर सुनवाई नहीं हुई है तो वे जयपुर विक्रेता अपनी अस्थिरता की रणनीति बनाते हैं।
रसायनज्ञ है कि रसेल के जेल जाने के बाद चंपेई सोरेन के मुख्यमंत्री और उनके नोबेल का विस्तार 16 फरवरी को हुआ। इसमें शामिल हिटलर सरकार में कांग्रेस के सभी सहयोगियों ने फिर से शपथ दिला दी। विधायक नाराज हैं। नाराज़गी ने दो दिन में तीन बार की बैठक की। कांग्रेस के 10 नेता दिल्ली के लिए शनिवार की देर शाम एयरपोर्ट पर जाने के लिए। इससे पहले आठ बजे मौलाना ने शनिवार शाम को बिरसा चौक स्थित रासो होटल में साढ़े तीन घंटे तक की बैठक की।
अविश्वसनीय सोरेन के भाई और चंपई सरकार के मंत्री बसंत सोरेन इन सैंपल से यहां मिले, लेकिन बात नहीं बनी। हालाँकि बसंत सोरेन ने कहा- परिवार में कुछ संदिग्ध था, उसे दूर करने का प्रयास किया गया है। कांग्रेस के नाराज़गी बैंड में राजेश कच्छप, जयमंगल सिंह नीओ अनूप सिंह, डॉ. इनमें उलाहना लेखक, उमाशंकर अकेले, सोना राम सिन्कू, रामकृष्ण बारा, नमन विक्सल कोंगड़ी, रामचन्द्र सिंह, शिल्पी नियो तिर्की, अंबा प्रसाद, दीपिका सिंह पांडे, पूर्णिमा सिंह शामिल हैं। इनमें से दो विधायक दिल्ली नहीं जा रहे हैं। इस बीच सिमडेगा से कांग्रेस नेता रोहन बारा ने खेलने की बात कही है.
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