अवैध कोयला खदान :- निर्सा के निरसा थाना क्षेत्र में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के मुगामा क्षेत्र में कोयला खदान के अवैध खनन के दौरान धंसने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक करीब के लोगों की मौत हो गई, जबकि एक करीबी लोगों के घर में डूबने या डूबने की संभावना बनी हुई थी। रही है. हादसा सोमवार सुबह हुआ। मुगामा क्षेत्र के कपसरा में आउटसोर्सिंग पर चलने वाली ईसीएल की यह खदान पिछले कुछ महीनों से बंद है, लेकिन यहां अवैध तरीके से ट्रेंच बैडस्टोरी जारी है। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात एक खजाने से भारी मात्रा में लोगों का अवैध खनन किया गया। इसी दौरान मिट्टी की चाल (छत) धंस गई। इसके मलबे में दबकर दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों के शव को स्थानीय लोग उठा ले गए। मृतकों में एग्यारकुंड पंचायत के सियारकनाली निवासी यमुना राजवंशी और केशरकुलर निवासी तापस दास का नाम अज्ञात जा रहे हैं।
मंज़िल में अब भी एक क़ीमती लोगों के प्यारे होने की बात कही जा रही है। धंसी खदान के पास लोगों की भीड़ उमड़ती है। यहां ईसीएल प्रबंधन का कोई जिम्मेदार सहायक समाचार लिखे जाने तक मशीन पर नहीं पहुंचा जा सकता है। हालांकि ईसीएल की ओर से जिप्सी मशीन प्लांट, धंसी खदान के पास मिट्टी भराई का काम चल रहा है। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोग बेवकूफ हैं। वे इस दुर्घटना के लिए ईसीएल को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। मसाइल पर स्थानीय भाजपा नेता प्रदीप बाउरी और झामुमो नेत्री लक्खी देवी ने कहा कि इस तरह की घटनाएं रोज हो रही हैं, लेकिन ईसीएल प्रबंधन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। न तो सुरक्षा की व्यवस्था है और न ही कोई दीवार या कंटीली तार की बैरल बाउंड्स की गई है। पिछले पांच महीने से कापासारा आउटसोर्सिंग खदान बंद है और प्रबंधन ने इसे यूं ही खुला छोड़ दिया है। यही कारण है कि यहां लोग अवैध रूप से वन्यजीवों का शिकार करते हैं। (आईएएनएस)
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