Ranchi : झारखंड के गिरिडीह में आज सोमवार की सुबह पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत हो गयी. पुलिस हिरासत में मौत का यह पहला मामला नहीं है. साल 2019 से अब तक राज्य के अलग-अलग थाने में आठ लोगों की पुलिस हिरासत में मौत हो चुकी है. इस तरह झारखंड में हर छठे माह पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत हो रही है.
हिरासत में मौत होने का मतलब क्या है?
पुलिस हिरासत में किसी अभियुक्त की मौत को ‘हिरासत में मौत’ का मामला माना जाता है. चाहे अभियुक्त रिमांड पर हो या ना हो, हिरासत में लिया गया हो या पूछताछ के लिए बुलाया गया हो, उस पर कोई मामला अदालत में लंबित हो या वह सुनवाई की प्रतीक्षा कर रहा हो. इस दौरान अभियुक्त की मौत हो तो उसे ‘हिरासत में मौत’ माना जाता है. इसमें पुलिस हिरासत के दौरान आत्महत्या, बीमारी के कारण हुई मौत, हिरासत में लिये जाने के दौरान घायल होने एवं इलाज के दौरान मौत या अपराध कबूल करवाने के लिए पूछताछ के दौरान पिटाई से हुई मौत शामिल है.
पुलिस हिरासत में मौत की होती है सीआईडी जांच
झारखंड में पुलिस हिरासत में मौत के सभी मामलों की जांच सीआइडी करती है. वर्तमान में भी पुलिस हिरासत में मौत के सभी मामलों की जांच सीआईडी कर रही है. इनमें से कुछ मामलों में पुलिस कर्मियों को दोषी पाते हुए विभागीय कार्रवाई की जा रही है.
जाने कहां-कहां पुलिस हिरासत में हुई मौत
21 अगस्त 2023 : गिरिडीह जिले के बेंगाबाद थाना में एक व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत हो गयी.
18 जुलाई 2023 : हजारीबाग के बरही में चोरी के आरोप में गिरफ्तार किये गये मोहम्मद अशफाक नाम के युवक की मौत पुलिस हिरासत में हुई.
13 अप्रैल 2022 : कोडरमा के डोमचांच में पुलिस हिरासत में ढिबरा कारोबारी की मौत हो गयी थी. इस मामले में थानदेार सहित चार पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया था.
25 फरवरी 2022 : साहिबगंज जिले के तलझारी थाना पुलिस की हिरासत में झरनाटोला निवासी देबु तुरी की मौत हो गयी थी.
19 फरवरी 2022 : बोकारो जिले के बालीडीह थाना पुलिस की हिरासत में इलाजरत 25 वर्षीय युवक कालीचरण केवट की बोकारो सदर अस्पताल में मौत हो गयी थी.
12 जनवरी 2021 : दुमका जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में डांडो पंचायत के मुखिया को धमकाने के आरोप में देसी कट्टा के साथ गिरफ्तार किये गये आरोपी ने हाजत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
05 सितंबर 2020 : गिरिडीह जिले के मधुवन थाने की हाजत में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी.
6 अगस्त 2019 : दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना में पुलिस हिरासत में एक अभियुक्त आशिक टुंडू ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी.
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