रांची। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (हेमंत सोरेन) ने शुक्रवार को रांची के प्रभात तारा मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में 1,500 नवनियुक्त पीजीटी जवानों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने अब तक 20,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी में नियुक्ति का पत्र लिखा है। संगठित और असंगठित क्षेत्रों को मिलाकर 60,000 से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। रोजगार, स्वरोजगार और नौकरी देने के लिए हम हरसंभव कदम उठा रहे हैं। सोरेन (Soren) ने भाजपा और सहयोगी दलों का नाम लेकर कहा कि राज्य में फैले लोगों ने सबसे अधिक समय तक राज किया।
लेकिन, विकास और रोजगार के लिए उन्होंने कितना काम किया, इस पर हम डिबेट करने को तैयार हैं। हम अपने 5 साल का मिसअला देने के लिए तैयार हैं। अपनी बड़ी-बड़ी अवधारणाओं के बावजूद हमने राज्य का विकास किया। उन्होंने कहा कि आज देश के ज्यादातर हिस्सों में पीड़ितों को देखकर ऐसा लग रहा है। प्रशंसकों का उत्साह बढ़ रहा है और इस वजह से वे कम हो रहे हैं। केंद्र सरकार (Central Government) की गलत परिस्थितियों के कारण कई छोटे-मझोले उद्योग बंद हुए हैं और रोजगार के अवसर कम हुए हैं। हवाईअड्डा, रेल, उद्योग बेचे जा रहे हैं। सीएम ने कहा कि चाणक्य ने कहा था कि जिस देश का राजा व्यापारी होगा, उस देश की प्रजा हमेशा भिखारी होगी। आज देश की स्थिति निराशाजनक ही है।
जब हम सत्ता संभाली तो दो साल तक COVID (COVID) की वजह से उत्पन्न होने वाली समस्याओं से जूझ रहे थे। उस दौरान भी हमने राज्य में अफरा-तफरी नहीं मचाने दी। हमारे राज्य ने पूरे देश को ऑक्सीजन की सौगात दी। कोविड खत्म होने के बाद जब हमने काम करना शुरू किया तो हमारे लेखों ने हमारे खिलाफ साजिशें शुरू कर दीं। अलग-अलग प्रयासों की मदद से षड्यंत्र रचने लगे और हमें काम करने से रोकने की कोशिश की, लेकिन हम रुके नहीं। इनके षड्यंत्रों की वजह से मुझे 5 महीने जेल में रहना पड़ा। उन्होंने रांची स्थित एचईसी (हैवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन) की बदहाली का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र की स्थापना से लेकर अब तक की घटनाओं तक यह कारख़ाना बंद होने की तस्वीर के रूप में प्रसिद्ध रहा है।
कभी यहां 30 से 35 हजार लोग काम करते थे और आज तीन हजार कर्मी भी नहीं हैं। अगर केंद्र सरकार इसे हमें सौंप दे तो हम इसे संभाल लेंगे। सोरेन ने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सरकार की उपलब्धियां सुनते हुए कहा कि हमने उत्कृष्टता का स्कूल बनाया है। आज उत्कृष्ट शिक्षक दे रहे हैं। आपसे यही उम्मीद है कि आने वाली पीढ़ी को इस तरह से तैयार करें कि उनका रिजल्ट उत्कृष्ट हो। शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम, वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव और श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भी समारोह का नेतृत्व किया।
यह भी पढ़ें:
‘संविधान हत्या दिवस’ भारत के संविधान को तोड़ने की याद दिलाएगा: पीएम मोदी
सिसोदिया की जमानत पर सुनवाई टली