रांची। छह दिन पहले जेल से बाहर आए हेमंत सोरेन (हेमंत सोरेन) एक बार फिर सीएम बनेंगे। झारखंड के सर्वसम्मति गठबंधन के नेताओं और प्रमुख नेताओं की बैठक में इस पर सहमति बनने की खबर आ रही है। तय हुआ है कि मौजूदा सीएम चंपई सोरेन (Champai Soren) पद से इस्तीफा देंगे और उनकी जगह हेमंत सोरेन शपथ लेंगे। हालाँकि, अभी तक आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा नहीं की गई है। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के कांके रोड स्थित आवास पर गठबंधन (एलायंस) की बैठक अब दोपहर 12 बजे से चल रही है।
सभी विधायक और नेता अब भी हेमंत सोरेन के आवास के अंदर ही हैं। बताया जा रहा है कि बैठक में सीएम चंपारण सोरेन ने खुद को पद छोड़ दिया और हेमंत सोरेन को नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा और इस पर समस्त क्षेत्रों ने सहमति जताई। बैठक में झारखंड कांग्रेस पार्टी के प्रभारी गुलाम अहमद मीर, झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर और झारखंड गठबंधन के तीन प्रमुख नेता उपस्थित हैं। 28 जून को पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को झारखंड उच्च न्यायालय से नियमित बेल मिलने और पांच महीने बाद उनकी जेल से बाहर आने के साथ ही राज्य में राजनीतिक अस्थिरता से अचानक बदलने की खबर आई। हेमंत सोरेन ने मंगलवार शाम सीएम चंपा सोरेन से मुलाकात की थी।
बुधवार की बैठक में यह भी तय हुआ कि अगले तीन से चार महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव में गठबंधन के प्रमुख हेमंत सोरेन ही रहेंगे। पिछले 31 जनवरी को ईडी ने जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जब हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था, तब उसके पहले भी तृणमूल कांग्रेस ने यही रास्ता अपनाया था। गठबंधन के समर्थकों ने हेमंत सोरेन को फैसले के लिए अधिकृत कर दिया था। जैसे ही ईडी (ED) ने उन्हें गिरफ्तार किया, उन्होंने तत्काल चंपाई सोरेन को अपना उत्तराधिकारी बना दिया। हेमंत सोरेन जब राजभवन पहुंचे तो चंपा सोरेन भी उनके साथ थे और उन्होंने उसी पल नई सरकार बनाने का दावा राज्यपाल के समक्ष पेश किया था।
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