झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाली हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन के एक बयान को लेकर झारखंड में सियासी बवाल मचा है। तमाम भाजपा के नेता उन्होंने घेर रहे हैं। एक भाजपा ने यह तक कह दिया है कि झामुमो छोड़कर आने वाली सीता हमें नसीहत ना दें। बता दें कि झारखंड में इसी साल विधानसभा चुनाव है।
पूर्व सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि सीता सोरेन का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। अगर वह गद्दारी की बात की साबित कर दें तो हम राजनीति छोड़ देंगे। तपती धूप में हम और हमारे जैसे कार्यकर्ता पार्टी की जीत के लिए काम किए हैं। वह पार्टी आलाकमान से मांग करते हैं कि इस पूरे प्रकरण की जांच हो और जो भी दोषी पाए जाएं उन पर सीधी कार्रवाई हो। यह भी कहा है कि झामुमो से कल भाजपा में आने वाली सीता हमें नसीहत न दे।
दुमका में बढ़त के बाद भी ऐसा बयान शर्मनाक- डॉ. लुईस मरांडी
पूर्व मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने कहा कि इस बार दुमका विधानसभा से वर्ष 2019 से ज्यादा मतों से लीड है और इसके बाद भी सीता सोरेन का ऐसा बयान शर्मनाक है। हम पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं और इस तरह का आरोप लगाया जाना काफी पीड़ादायक है। न्होंने कहा कि सीता के बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि वह हार की सही ढंग से समीक्षा करने के बजाए पब्लिक फोरम में समर्पित पार्टी नेताओं पर अनर्गल आरोप लगाया जा रहा है, जो पार्टी लाइन के खिलाफ है। पार्टी नेता को सार्वजनिक रूप से ऐसी बात नहीं करनी चािहए।
सीता का बयान अभी तक सुन नहीं पाए हैं : आदित्य साहू
भाजपा के प्रदेश महामंत्री व राज्यसभा सदस्य आदित्य साहू ने कहा कि सीता सोरेन के स्तर से दिया गया बयान अब तक नहीं सुन पाए हैं। बतौर पर्यवेक्षक अभी वह देवघर में हैं। रविवार को अमड़ापाड़ा में राजमहल सीट की समीक्षा कर यहां पहुंचे हैं। समीक्षा में काफी वक्त लग रहा है। इसलिए फिलहाल इस मामले में कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हैं।
आरोप लगाना है कुछ भी लगाएं, प्रदेश पूछेगा तब बताएंगे
प्रदीप वर्मा भाजपा के प्रदेश महासचिव व राज्यसभा सदस्य प्रदीप वर्मा ने कहा कि सीता सोरेन को जो भी आरोप लगाना है लगाएं, मुझे उस पर कुछ नहीं कहना है। अगर हमसे प्रदेश संगठन कुछ भी पूछेगा तब हम बताएंगे। वैसे भी ऐसी बातों को मीडिया या सार्वजनिक मंच पर कहने के बजाए पार्टी के उचित फोरम पर ही कहा जाना चाहिए।