रांची:झारखंड की राजधानी रांची के लिए बड़ी खबर है,रांची सीट से लगातार दूसरी बार बड़ी जीत हासिल करने वाले संजय सेठ को मंत्रिमण्डल में शामिल किया गया है।
आज राष्ट्रपति भवन में नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल के साथ शपथ ली। इस बार झारखंड से भाजपा सांसद संजय सेठ को मोदी भी कैबिनेट में शामिल होने का मौका मिला है।
40 वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में कार्यरत हैं
संजय सेठ पिछले 40 वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में कार्यरत हैं और भाजपा के हर छोटे-मोटे कार्यक्रम में उनकी सहभागिता दिख रही है। हालांकि बाबूलाल मरांडी के भाजपा छोड़ने के बाद कुछ महीनों के लिए संजय सेठ पार्टी छोड़कर चले गए, लेकिन वापस आने के बाद भाजपा में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी गई।
हमले और अन्य आंदोलन में कई बार गिरफ्तारियां हुईं
रांची कांग्रेस सीट से लगातार दूसरी बार चुनाव में सफलता हासिल करने वाले संजय सेठ 1992 में लालकृष्ण आडवाणी की गिरफ्तारी के दिन ही गिरफ्तार हुए और 25 दिनों तक रांची जेल में रहे। इससे पहले असहाय और विद्यार्थियों के जीवन में आंदोलन में कई बार गिरफ्तारियां हुई। विदेशी कच्चे माल के आयात के समय जेल भरो आंदोलन में शामिल हुए। वर्ष 2013 के जनवरी महीने में पार्टी के कार्यक्रम के तहत 7 दिन बिरसा मुंडा केंद्रों में रहे। इसके अलावा उन्होंने रांची, हजारीबाग, कोडरमा, लोहरदगा, पलामू और दुमका के लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों के रूप में भी काम किया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रादेशिक कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी में दो बार कार सेवा, एकता यात्रा, वोट क्लब रैली, मुंबई अधिवेशन, इलाहाबाद में मोर्चा सम्मेलन, रांची-पटना में विधानसभा घेरो आंदोलन सहित अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुए।
1980 में भजयुमो से जुड़े, बकाया बने
1976 में कानपुर छात्र संघ के चुनाव में डी.ए.वी. कॉलेज से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का चुनाव लड़ा और विजयी रहे। 1980 में भारतीय जनता युवा मोर्चा रांची नगर के अनुरूप बने। 1981 में भाजयुमो के रांची नगर अध्यक्ष, 1986 में रांची भाजपा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, संगठन प्रभारी, 1990 में भाजपा रांची अध्यक्ष, 1997 में भाजयुमो के प्रदेश प्रभारी, 2001 में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता, 2003 में रांची महानगर अध्यक्ष, 2009 में प्रदेश प्रवक्ता और 2013 में नमो मंत्र झारखंड के जुड़े रहे।