भाजपा राष्ट्रीय परिषद की बैठक फरवरी में दिल्ली में होगी। इसमें सात हजार कार्यकर्ता शामिल होंगे। झारखंड से भी 250 नेता कार्यकर्ता बैठक में शिरकत करेंगे। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि इसमें कई अन्य मुद्दों के साथ चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशियों पर भी चर्चा होगी। इस दौरान फीडबैक के आधार पर ही प्रत्याशियों का चयन किया जाएगा।
18 Jan 2024
रांची : फरवरी के दूसरे सप्ताह में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक नई दिल्ली में होगी। लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले होने वाली इस बैठक में झारखंड से भी 250 नेता कार्यकर्ता शामिल होंगे। जिला परिषद स्तर के कार्यकर्ताओं के इस जुटान में लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशियों पर भी चर्चा होगी।
फीडबैक के आधार पर होगा होगा प्रत्याशियों का चयन
इस दौरान दिए जाने वाले फीडबैक पर ही झारखंड में लोकसभा की 14 सीटों में से आठ सीटों के लिए नए प्रत्याशियों का चयन किया जाएगा। इसमें धनबाद के सांसद पीएन सिंह और पलामू के सांसद बीडी राम का नाम शामिल है, जिनकी उम्र 70 साल से अधिक हो चुकी है। गोड्डा, खूंटी, हजारीबाग, दुमका में पार्टी सांसद के चेहरे में बदलाव नहीं करेगी जबकि लोहरदगा के लिए कई नए चेहरे टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
उम्र के साथ संसदीय क्षेत्र में छवि से भी होगा निर्णय
भाजपा लोकसभा में टिकट देने के लिए कार्यकर्ताओं को फीडबैक के अलावा स्वतंत्र एजेंसी की भी सलाह ले रही है। चतरा से मौजूदा सांसद सुनील सिंह को 2019 में भी टिकट लेने के लिए स्थानीय स्तर पर विरोध का सामना करना पड़ा था। इस बार फिर से उनकी राह मुश्किल लग रही है। जमशेदपुर से सांसद विद्युत वरण महतो की जगह उनके बेटे भी भाजपा से टिकट के दावेदार हैं। वहां से पार्टी किसी अन्य पर दांव लगा सकती है। रांची के सांसद संजय सेठ की सक्रियता क्षेत्र में रहती है, लेकिन राजनीतिक माहौल में स्थानीयता के मुद्दे के हावी होने से उनके टिकट में भी परेशानी हो सकती है।
हाई प्रोफाइल चेहरों के चुनावी मैदान में उतरने की उम्मीद
पार्टी रांची के किसी हाई प्रोफाइल चेहरे को मैदान में उतार सकती है। पलामू में भाजपा को राजद की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। इस सुरक्षित सीट पर पार्टी किसी अन्य दलित चेहरे को सामने ला सकती है। बीडी राम दो बार सांसद रह चुके हैं और उनकी उम्र भी 70 साल पार कर चुकी है।लोहरदगा सीट पर सांसद सुदर्शन भगत की छवि तो स्वच्छ है, लेकिन एक खेमा विरोध कर रहा है। उनका टिकट बदला तो भाजपा की राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा या पूर्व आइपीएस अरुण उरांव वहां से दावेदार हो सकते हैं। चाईबासा में जेबी तुबिद को पिछली बार टिकट मिला थी वो जीत नहीं पाए थे। इस बार यहां दूसरी पार्टी से आए किसी नेता को पार्टी उतारने के मूड में है।
कुछ विधायक भी बन सकते हैं प्रत्याशी
कुछ विधायकों को भी प्रत्याशी बना सकती है पार्टी धनबाद से पीएन सिंह सांसद है। 70 साल से अधिक उम्र वाली कैटेगरी में उनके टिकट पर भी संदेह है। यहां बोकारो से भाजपा विधायक बिरंची नारायण या धनबाद से विधायक राज सिन्हा को लोकसभा में पार्टी टिकट दे सकती है। हटिया से भाजपा विधायक नवीन जायसवाल भी चुनाव लड़ना चाह रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि रांची में पार्टी मौका दे सकती है। रांची में पिछले तीन चुनावों से लोकसभा टिकट की दावेदारी करते रहे प्रदीप वर्मा इस बार भी होर्डिंग पोस्टर लगा के जनता को बधाई शुभकामना दे रहे हैं। चतरा लोकसभा क्षेत्र से एनसीपी के विधायक कमलेश सिंह टिकट की प्रत्याशा में हैं।