झारखंड के दुमका से एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है जहां महिला राशन डीलर को नियमित रूप से राशन नहीं देना महंगा पड़ गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने चप्पल का माला पहनाकर दस गांवों में घुमाया। आरोप है कि छह महीने से महिला डीलर मनियमित रूप से राशन नहीं दे रही थीं। इस वजह से यह कदम उठाया।
दुमका के गोपीकांदर प्रखंड के ओढ़मो पंचायत के ग्राम मधुवन के जन वितरण प्रणाली दुकानदार समिरी महारानी को राशन कार्डधारकों ने बंधक बनाकर चप्पल का माला पहनाकर लगभग 10 गांव घुमाया। आखिर में सभी राशनकार्ड धारकों ने दुमका-पाकुड़ मुख्य मार्ग पर स्थित दुर्गापुर हटिया के पास मुख्य सड़क को पूरी तरह से जाम कर दिया।
इधर, पूरी घटना की खबर जब प्रखंड विकास पदाधिकारी गौतम कुमार मोदी और थाना प्रभारी रंजीत मंडल तक पहुंची तो ये लोग जाम स्थल पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को शांत करा कर जाम खत्म कराने की पहल की। वहीं इस मामले में दोषियों पर पुलिस व प्रशासन के स्तर से खबर भेजे जाने तक किसी पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।
क्या है मामला
मधुवन गांव की एक महिला कार्डधारक की मानें तो डीलर समिरी महारानी के पास चार गांव मधुवन, तालखोड़ा, केतोपोका और धोबाचापाड़ के राशन कार्डधारकों को पिछले छह महीना से नियमित रूप से राशन नहीं दिया जा रहा है।
पिछले आनलाइन राशन रजिस्ट्रेशन की पर्ची वितरण कर दिया जाता है, परंतु कभी भी राशन लेने जाते हैं तो ये बोल कर घर वापस भेज दिया जाता है कि प्रखंड कार्यालय से ही राशन उचित मात्रा में आवंटित नहीं करने की वजह से सभी को राशन नहीं दे सकती।
वैसे में सभी कार्डधारी ने 29 जनवरी 2024 को मधुवन में स्थानीय ग्राम प्रधान स्टीफन हेंब्रम की अध्यक्षता में डीलर के खिलाफ सोलह आना बैठक आहूत किया गया था। परंतु उसके बावजूद डीलर की मानसिकता जस की तस थी जिसका खामियाजा उसे आज भुगतना पड़ा।
क्या कहा बीडीओ ने-
प्रखंड विकास पदाधिकारी गौतम कुमार मोदी ने कहा की यह समस्या पूर्व में बिना आनलाइन पर्ची काटने के उपरांत राशन को कार्डधारकों को राशन बांटने के कारण आई है। बाद में जितना आनलाइन पर्ची कटी नहीं है उतना आफलाइन बांटी गई है। उस अनुपात में संबंधित डीलर के पास राशन जमा दिख रहा है, जिससे उनको कम राशन आवंटित किया जा रहा है। फिलहाल कार्डधारकों को समझाकर सड़क जाम को हटवा दिया गया है और मंगलवार को ग्राम मधुवन पहुंचकर पूरी समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।
क्या कहते हैं ग्रामीण
मधुवन गांव की बसंती देवी का कहना है की गांव में पलायन की स्थिति है। लगातार छह महीने से नियमित रूप से राशन नहीं देने से भूखमरी की स्थिति आ गई है।
ऐसे में स्थानीय ग्रामीण मजबूर हो चुके हैं इस तरह के कदम उठाने के लिए प्रखंड खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी से मांग कर रहें है कि जल्द से जल्द वर्तमान में कार्यरत डीलर को निलंबित कर दूसरे डीलर का चयन किया जाए।मौके पर दुलाड़ हेंब्रम, सुहागिनी हेंब्रम, बदरी देवी नरेश किस्कू, बिकास राय, राजकुमार हांसदा, राजदीप मुर्मू सहित दर्जनों कार्ड धारी मौजूद थे।
क्या कहना है डीलर का
डीलर समिरी महारानी का कहना है कि जितना खाद्यान्न मिलता था वह हम बांट देते थे। पहले मुझे 60 से 64 बोरा चावल मिलता था, लेकिन अब 36 बोरा चावल मिल रहा है जिसे बांट दिया जाता है। अगर 60 बोरा चावल आता तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती