राँची:राजधानी राँची में चार टुकड़ों की अंतिम मुलाकात से फ़ील किया गया है,
रुक्का बांध के पास से मंगलवार देर रात चार टुकड़ों के शव बरामद हुए हैं। मृतकों की पहचान नेवरी रेजिडेंट अख्तर अख्तर (30) और छोटू रेजिडेंट आशिक अख्तर (25), न्यूरल (27) और मकसूद अख्तर (40) के रूप में हुई है। घटना की जानकारी आज रात करीब 12 बजे पुलिस मुख्यालय पर निरीक्षण और आरंभ की। प्रथमदृष्ट्या धन्यवाद धन्यवाद की पहाड़ी में मृत्यु होने की बात सामने है।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि ये सभी सुबह नौ बजे मछली पकड़ने की बात घर से निकले थे। देर शाम तक ये सभी घर नहीं पहुंचे तो मकर संक्रांति शुरू हो गई। काफी रिवायतों के बाद नदी तट पर उनका शव मिला। आपातकालीन पुलिस को दी गई जानकारी। सदर कार्यालय प्रभारी और मेसा अध्यक्ष कार्यालय प्रभारी।
मृतक के बंधक हत्या का आरोप आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे
मृतक के बंधक हत्या का आरोप आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। रात करीब एक बजे तक सभी शव बीआईटी मेसा कार्यालय में थे। अवशेष के लिए रिम्स के जहाजरानी की प्रक्रिया चल रही थी।
पुलिस ने ठनका देने की बात कही
पुलिस जब समुद्र तट पर पहुंची तो शव के आसपास के क्षेत्र में फैले हुए थे। शोभित अख्तर और एक अन्य का शरीर व कपड़ा जला हुआ था। फोबे की छाती और सिर के बाल पूरी तरह से जले हुए थे। वहीं पास में पड़े दो जानवरों पर जंगल के निशान नहीं थे। पुलिस भी इसे धन्यवाद से माैत मान रही है। हालाँकि हर सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है।
विपक्ष में भीड़ ने लगाया हत्या का आरोप, पुलिस ने समझाकर शांत कमरे पर लगाया हत्या का आरोप
चार लोगों के शव मिलन की जानकारी ही बीआईटी मेसा क्षेत्र में हुई। छुट्टु और नेवरी सहित आसपास के इलाके से बड़ी संख्या में लोग मेसा ओपी में जमा हो गए। कुछ लोग अजीबो-गरीब नज़र आ रहे थे। हत्या करने वालों की बात कह रहे थे, उनका कहना था कि प्लास्टर को तोड़कर बांध में फेंक दिया गया है।
हालाँकि पुलिस ने लोगों को काफी संकट के बाद समझा-बुझाकर शांत कर दिया। सदर स्टेशन की पुलिस ने मृतकों की मौत का कारण पूरी तरह से स्पष्ट नहीं होने की पुष्टि की है। इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं होगी। किशोरी रिपोर्ट के अनुसार ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।