रांची के नगड़ी बाजार स्थित मस्जिद के पास मां सरस्वती के प्रतिमा विसर्जन जुलूस पर शुक्रवार की रात मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पत्थरबाजी की। जुलूस पर मस्जिद के पास पथराव किया गया। इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। आसपास के दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर लीं। स्थिति तनावपूर्ण हो गई। अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लागू कर दिया गया है।
17 Feb 2024
नगड़ी (रांची) : नगड़ी बाजार स्थित मस्जिद के पास मां सरस्वती के प्रतिमा विसर्जन जुलूस पर शुक्रवार की रात मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पत्थरबाजी की। जुलूस पर मस्जिद के पास पथराव किया गया। इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। आसपास के दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर लीं। स्थिति तनावपूर्ण हो गई। सदर अनुमंडल दंडाधिकारी ने शुक्रवार की रात दस बजे से अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लागू कर दी है।नगड़ी में मां सरस्वती प्रतिमा के विसर्जन को लेकर सैकड़ों लोगों ने गाजे बाजे के साथ शोभायात्रा निकली थी। लगभग 30 पूजा पंडाल शोभायात्रा में शामिल थे। नया तालाब में प्रतिमा विसर्जन कर डीजे बजाते लौट रहे थे। तभी नगड़ी जामा मस्जिद के पास पथराव शुरू हो गया। इससे भागदड़ मच गई। घटना की सूचना पाकर डीसी, एसएसपी, सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी, डीएसपी के साथ कई थानों के पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
नामकुम में मां सरस्वती की प्रतिमा को किया क्षतिग्रस्त
Ranchi News: नामकुम के सिदरौल बाजार स्थित किंग्स स्टार क्लब सरस्वती पूजा समिति द्वारा स्थापित प्रतिमा को एक युवक ने क्षतिग्रस्त कर दिया है। मूर्ति को छतिग्रस्त करता देख ग्रामीणों ने नामकुम पुलिस को सूचना दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार की देर रात साढ़े ग्यारह बजे समिति के सदस्य खाना खाने गए थे, लेकिन जब वह खाना खाकर वापस पहुंचे तो देखा कि प्रतिमा गिरी हुई है व प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
इस घटना के दौरान गांव के मंगल कच्छप ने बताया कि उनके घर में एक युवक घुस गया था, जिसे खोज रहे हैं। इसी दौरान सभी मिलकर उसे खोजने लगे। तभी युवक को पकड़ लिया गया एवं पूछताछ करने पर मूर्ति खंडित करने की बात उसने स्वीकार कर ली। युवक ने अपना नाम राहुल सिंह बताया और खुद को रामगढ़ निवासी बताया। बताया कि वह सिदरौल में गौरी शंकर साह के मकान में किराए पर रहता है। लड़के के कमरे में देखा गया तो मूर्ति का सिर उसके बेड पर रखा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे थाना ले जाकर पूछताछ की, परंतु उसने कुछ नहीं बताया। वहीं, पुलिस इस मामले में जांच में जुटी है, लेकिन अबतक समिति द्वारा लिखित आवेदन नहीं दिया गया है।
पत्थरबाजों की पहचान में जुटी पुलिस, खंगाल रही सीसीटीवी
नगड़ी में विसर्जन जुलूस पर शुक्रवार की रात पथराव के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। पत्थरबाजों की पहचान के लिए पुलिस घटना स्थल के समीप लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालने में जुटी है। उपायुक्त ने जवानों को आदेश दिया है कि घटना स्थल और इसके आसपास चौकसी रखी जाए।
ग्रामीण एसपी पूरे मामले की मानिटरिंग कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि पत्थरबाजी में कुछ लोगों को हल्की चोट लगी है जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। पुलिस ने कहा है कि पत्थरबाजों को बख्शा नहीं जाएगा। जुलूस में शामिल लोगों ने पुलिस को बताया कि शोभायात्रा गाजे- बाजे के साथ निकली थी। इसमें विभिन्न मुहल्लों के लगभग 30 पूजा पंडाल शामिल थे। शोभायात्रा नगड़ी नया तालाब लगभग सात बजे पहुंची।
प्रतिमा विसर्जन करने के बाद लोग डीजे बजा कर लौट रहे थे। शोभायात्रा करीब आठ बजे नगड़ी जामा मस्जिद के पास पहुंची। तभी अचानक पथराव शुरू हो गया पर प्रशासन की चौकसी के कारण नगड़ी जलने बच गई। नगड़ी अंचल क्षेत्र में अगले आदेश तक के लिए निषेधाज्ञा जारी कर दी गई है। सदर अनुमंडल दंडाधिकारी ने धारा-144 के अंतर्गत नगड़ी अंचल क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
कई इलाकों में जाम की स्थिति बनी रही
राजधानी में सरस्वती पूजा विसर्जन जुलूस निकलने की वजह से कई क्षेत्रों में शुक्रवार को जाम की स्थिति रही। हालांकि हर जुलूस के आगे पुलिस के जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी। इसके बावजूद मुख्य रूप से लालपुर, रातू रोड, कोकर और चुटिया इलाके जाम लगा रहा और काफी देर तक लोग इस जाम में फंसकर परेशान हुए।
जाम की समस्या होने के बाद चौक-चौराहों पर तैनात जवानों ने मोर्चा संभाला और विसर्जन जुलूस को पार करा कर स्थिति को सामान्य किया। मेन रोड में एक साथ कई विसर्जन जुलूस निकलने की वजह से जाम की समस्या हो गई। मेन रोड में लोअर बाजार थाना और कोतवाली थाना की पुलिस ने विसर्जन जुलूस को पार कराया। विसर्जन जुलूस की सूचना थानेदारों ने पहले ले ली थी। इस वजह से जिस जिस इलाके से विसर्जन जुलूस निकल रहा था थानेदार वहां जवानों को पहले भेज दे रहे थे। इसके अलावा पीसीआर में तैनात जवानों ने भी यातायात व्यवस्था को संभाला।