रांची:रांची में एक बार फिर बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि हुई है, 20 मई को मोरहाबादी स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम के फार्म में पल रही बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। आश्रम की ओर से पांच दिन पहले भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान को कुछ चूजों के नमूने भेजे गए थे। उसमें Hएन। एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने आश्रम के सभी रोचक बत्तखों को मारने और अंडों को नष्ट करने का निर्देश दिया है। इवि आश्रम के एक किमी दारे में मुर्गी बत्तख और
ले जाने पर भी रोक लगा दी है। डीसी के निर्देश के बाद जिला पशुपालन और स्वास्थ्य विभाग की टीम भी नियुक्त की गई है। बुधवार को आश्रम की 300 से अधिक किताबें और बत्तखों को मारा जाएगा। इसके बाद पूरे क्षेत्र में सर्वेक्षण शुरू होगा। जिन चेस्ट फॉर्म और दुकान में मुर्गी व अंडे मिलेंगे, उन्हें हासिल कर लिया जाएगा। प्रतिबंधित क्षेत्र में होटल-रेस्तरां और फास्ट फूड सेंटरों पर भी मुर्गी अंडे की बिक्री करने पर कार्रवाई होगी।
केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, आश्रम के एक किलोमीटर के दायरे में डोर टू डोर सर्वे करके मुर्गियां मार डाली जाएंगी, जिससे बर्ड फ्लू की पुष्टि के लिए मुआवजा भी मिलेगा। इस दौरान एक-एक घर की जांच की जाएगी। जिन पुरुषों या मादा मुर्गी के अंडे मिलेंगे उन्हें सफलतापूर्वक किया जाएगा। जमानत सूची से संबंधित लोगों को दी जाएगी, ताकि उसी के आधार पर भुगतान किया जा सके। चर्चा है कि पिछले महीने रांची में होटवार स्थित सरकारी रीजनल विच फॉर्म की रचना में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। फिर प्रशासन ने 2100 से अधिक बदलाव और बत्तखों को मार दिया था।