झारखंड प्रांत में दो दिवसीय हिंदू राष्ट्र विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। आदित्य वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम झा ने इस बात की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि गोवर्धन पीठ पुरी के जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के आदेशनुसार सम्मेलन किया जा रहा है। इसमें झारखंड के अलावा बिहार बंगाल ओडिशा उत्तर प्रदेश नेपाल आदि से प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
24 Feb 2024
देवघर : आदित्य वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम झा ने बताया कि गोवर्धन पीठ पुरी के जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के आदेशनुसार झारखंड प्रांत में दो दिवसीय हिंदू राष्ट्र विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन में झारखंड के अलावा बिहार, बंगाल, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, नेपाल आदि से प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं और उनके बताए हुए मार्ग दर्शन में कार्य किया किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि आदित्य वाहिनी का गठन 1992-93 में किया गया था। उसके बाद से तभी से भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए मुहिम चल रही है। इसके तहत जन जागरण सत्संग संगोष्ठी कार्यकर्ता सम्मेलन के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाता है। ये अभियान आज काफी आगे पहुंच चुका है। राज्य स्तर से प्रखंड व गांव तक आदित्य वाहिनी के सदस्य सक्रिय हैं और प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
11 महीने में भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कराने की कोशिश होगी
उन्होंने कहा कि अगले 11 महीने में भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कराने का प्रयास किया जाएगा। यहां होने वाले कार्यों का इस सम्मेलन के माध्यम से कार्यकर्ताओं को कार्य आवंटित किया जाएगा। वृहद पैमाने पर प्रचार प्रसार कर धर्म गुरुओं, अनुरागियों सनातनियों को संगठित करने का काम करेंगे। भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिए संगठन के लोग व्यापक तौर पर जुटे हुए हैं।
प्रेम झा ने कहा कि नेपाल में भारत से पहले हिंदू राष्ट्र की घोषणा होगी। इसको लेकर आंदोलन पूरी तरह से जोर पकड़ चुका है। वहीं, पूरी के शंकराचार्य 365 दिन आदित्य वाहिनी के माध्यम से जन जागरण का कार्य कर रहे हैं, जिसके माध्यम से 80 देश में आदित्य वाहिनी का कार्य चल रहा है, जिसमें 13 देश में खासताैर पर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने को लेकर विशेष मुहिम चल रही है। यहां हिंदू धर्म व सनातनी के प्रचार प्रसार में लोग जुटे हैं।
उन्होंने बताया कि देवघर में सम्मेलन के तुरंत बाद बिहार में यह सम्मेलन बड़े पैमाने पर किया जाएगा और 11 महीने के अंदर देश के अधिकांश नागरिक आदित्य वाहिनी के सदस्य होंगे और हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए पहल करेंगे। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम झा मूल रूप से बिहार के मिथिला के रहने वाले हैं।