बोकारो में विस्थापितों ने दस सूत्री मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान विस्थापित ठेकेदारों के लिए 50 लाख का ठेका देने बीएसएल में झारखंड सरकार का रोजगार अधिनियम 2021 को लागू करने सहित दस सूत्री मांगें रखी गईं। विस्थापित ऐश पौंड परिवार के बैनर तले विस्थापितों ने नगर सेवा भवन का घेराव किया। इसका मकसद विस्थापितों को उनका मूल अधिकार दिलाना है।
23 Jan 2024
बोकारो : विस्थापित ठेकेदारों को 50 लाख का ठेका देने, बीएसएल में झारखंड सरकार का रोजगार अधिनियम 2021 को लागू करने सहित दस सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को विस्थापित ऐश पौंड परिवार के बैनरतले विस्थापितों ने नगर सेवा भवन का घेराव किया। विस्थापितों ने दस सूत्री मांगों पर प्रबंधन द्वारा पहल करने की अपील की।
विस्थापित मूल अधिकार से हैं वंचित
संबोधित करते हुए विस्थापित स्लैग कंपार्टमेंट समिति अध्यक्ष रघुनाथ महतो ने कहा कि बोकारो इस्पात संयंत्र निर्माण में विस्थापितों ने अपना खेत खलियान, मंदिर-मस्जिद सारा चीज दान देकर एशिया महादेश का सबसे बड़ा कारखाना का निर्माण कराया। ताकि विस्थापितों को नियोजन मिल सके। यहां के लोग रोजगार के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़े, लेकिन आज विस्थापित अपने मूल अधिकार से वंचित हैं।
प्रबंधन की गलत नीति के कारण विस्थापितों में रोष
प्रबंधन की गलत नीति के कारण विस्थापितों में काफी रोष है। उन्होंने प्रबंधन से विस्थापित ठेकेदारों को 50 लाख का ठेका देने, रोजगार अधिनियम 21 को लागू करने, विस्थापित ठेकेदारों को लीज पर आवास आवंटित करने की मांग की। मौके पर निरंजन महतो,उत्तम महतो ,शंकर रवानी, दीपू मोदी, नागेश्वर सिंह, भूता सिंह, बबलू रजवार, अवधेश रवानी, मिथिलेश रवानी, रवि कुमार, बैजनाथ महतो, निर्मल मोदी, सिकंदर मोदी, जगन्नाथ महतो, गणेश साव, चंदन कुमार, बसंत महतो आदि उपस्थित थे।