बिहार और झारखंड में कब आएगा मानसून? मौसम विभाग ने दिया ताजा अपडेट

मौसम विभाग रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद की माने तो बीते 24 घंटों के दौरान मानसून की गतिविधि में कोई बदलाव नहीं हुआ है। अगले पांच दिनों में इसके बिहार और बंगाल के कुछ हिस्सों तक ही प्रवेश की संभावना बन रही है। इन दोनों राज्यों में प्रवेश करने के बाद ही मानूसन झारखंड में प्रवेश होगा। वह भी पाकुड़ और कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम के रास्ते प्रवेश करेगा।

 पलामू समेत झारखंड में मानसून का प्रवेश 23 से 25 जून के बाद ही होने के आसार हैं। यह सामान्य प्रवेश की तुलना में करीब दो हफ्ते विलंब है। पलामू समेत में कानसून के प्रवेश की सामान्य स्थिति 10 से 15 जून रहती है। ऐसे में अभी भी करीब एक हफ्ते मानसून का इंतजार करना पड़ेगा।

मौसम विभाग रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद की माने तो बीते 24 घंटों के दौरान मानसून की गतिविधि में कोई बदलाव नहीं हुआ है। अगले पांच दिनों में इसके बिहार और बंगाल के कुछ हिस्सों तक ही प्रवेश की संभावना बन रही है। इन दोनों राज्यों में प्रवेश करने के बाद ही मानूसन झारखंड में प्रवेश होगा। वह भी पाकुड़ और कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम के रास्ते प्रवेश करेगा।

इससे पहले भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा। ऐसे में 23 से 25 जून के बाद मानसून की एंट्री की संभावना है।

मानसून आने की कोई एक निर्धारित तिथि नहीं

मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद का कहना है कि मानसून के आने की कोई एक निर्धारित तिथि नहीं है। यह मानसून के प्रवेश और प्रस्थान की तिथि को लेकर अध्ययन के आधार पर एक औसत अवधि होती है, जिस बीच मानसून आगमन और प्रस्थान करता है।

मानसून के प्रवेश या प्रस्थान की तिथियों के कारण यह अवधि निश्चित की जाती है। एक दशक के दौरान केवल तीन बार मानसून समय पर और सात बार विलंब से आया। 2014 से लेकर 2023 तक यह केवल तीन बार 2015 में 15 जून, 2020 में 13 जून और 2021 में 12 जून झारखंड में प्रवेश किया था।

उमस भरी भीषण गर्मी से पलामू के लोग हलकान

राज्य की राजधानी रांची समेत कई जिलों में प्री-मानूसन की बारिश हुई है, लेकिन पलामू जिला में प्री-मानूसन की बारिश अबतक नहीं हुई है। बारिश नहीं होने से जिले में उमस भरी भीषण गर्मी से लोग हलकान है। पलामू जिले का अधिकतम तापमान 45-46 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है।

बीते तीन-चार दिनों आसमान में रोज बादल आते हैं। मौसम विभाग की माने तो पलामू जिले में भीषण गर्मी का दौर अभी जारी रहेगा।जिससे राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है।

जून में 13 वर्षों में चार बार औसत से अधिक बारिश

पलामू जिले में साल 2010 से 2021 तक 12 वर्षों में जून में चार बार औसत से अधिक बारिश हुई है। जिसमें सबसे अधिक बारिश 2011 में 444.3 मिमी. हुई थी। उसके बाद साल 2021 में 271.5 मिमी, साल 2020 में 255.8 मिमी, साल 2019 में 153.6 मिमी. बारिश हुई थी। जहां तक एक दिन में सर्वाधिक बारिश का रिकार्ड है तो बीते 11 साल में दो बार ही 100 मिमी. बारिश हुई है। इसमें साल 2011 में 20 जून को 127.4 और साल 2021 में 15 जून को 101.0 मिमी. रिकार्ड बारिश हुई है।

साल 2021 में मई माह में हुई थी बारिश

पलामू जिला अपने गर्मी के लिए देश/प्रदेश में विख्यात रहा है। जहां आमतौर पर मई के माह में प्रचंड गर्मी रहती है, लेकिन साल 2021 में रिकॉर्डतोड़ 159 मिमी. बारिश हुई थी। इसके पहले, साल 2014 में मई माह 46.5 मिमी. व मई 2020 और 2021 में 47.4 मिमी. बारिश हुई थी। उसके बाद साल 2022, 23 व 24 में मई माह में बारिश नहीं हुई।

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