भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पता चल गया है कि वह अब जेल जाने वाले हैं। ईडी के सातवें समन पर भी उनका कोई जवाब नहीं आया है। उन्होंने विधायक सरफराज अहमद के विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने पर भी सवाल उठाया और कहा कि सीएम सोरेन सत्ता को सुरक्षित करने के प्रयास में लगे हैं।
04 Jan 2024
रांची : झारखंड में इस वक्त सियासी हलचल तेज है। अवैध खनन घोटाले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अब तक सात बार समन भेज चुकी है, लेकिन मुख्यमंत्री एक बार भी पेश नहीं हुए हैं। उनका कहना है कि यह समन गैरकानूनी है और उन्हें बस इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह उस पार्टी से नहीं जुड़े हुए हैं, जो केंद्र में सत्ता में है।
सरफराज के इस्तीफे से मामले ने पकड़ा तूल
इस बीच, गांडेय विधानसभा क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा भी दिया, जिससे तमाम और तरह की अटकलें लगाई जाने लगीं। अनुमान लगाया गया कि विधायक के इस्तीफे के बाद गांडेय विधानसभा सीट से कल्पना सोरेन को चुनाव लड़ाने की तैयारी है। हालांकि, बाद में सीएम सोरेन ने इसे खारिज करते हुए कहा कि यह बीजेपी की दिमागी उपज है।
अच्छे-भले सरफराज ने कैसे दिया इस्तीफा ? : बाबूलाल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी इस पूरे प्रकरण पर हमेशा से मुखर रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरफराज न ही बीमार हैं और न कहीं बाहर जा रहे हैं, तो फिर अचानक से इस्तीफा क्यों दिया और उनका त्यागपत्र तुंरत स्वीकार भी कर लिया गया। ऐसे में स्वाभाविक रूप में मन में सवाल उठना लाजिमी है।
सीएम को तो जेल जाना पड़ेगा: बाबूलाल मरांडी
उन्होंने आगे कहा, राज्य के मुख्यमंत्री को ईडी ने सातवीं बार समन भेजा और वह यहां से वहां भागे फिर रहे हैं। तो ऐसे में लगता है कि किसी गैर विधायक व्यक्ति के लिए वह सीट खाली कराई गई है। राज्य के मुख्यमंत्री को अब यह पता चल गया है कि किसी न किसी दिन हमें जेल जाना पड़ेगा। बिहार के लालू ने जैसे रबड़ी देवी के लिए सत्ता को सुरक्षित कर दिया था, वैसा ही हाल यहां है।