झारखंड के देवघर एयरपोर्ट पर जल्द ही कम विजिबिलिटी में भी विमान लैंड करने में सक्षम हो जाएंगे। देवघर एयरपोर्ट पर अब 550 मीटर विजिबिलिटी में भी विमान सुरक्षित लैंड कर सकेंगे। ऐसे में देवघर एयपोर्ट ऐसा पहला एयरपोर्ट होगा जहां इतने कम विजिबिलिटी में भी हवाई जहाज उतर सकेंगे। बता दें कि आधुनिक सुविधाओं से लैस देवघर एयरपोर्ट से डे-नाइट सेवा का परिचालन शुरू है।
शीघ्र ही कम विजिबिलिटी में भी यात्री विमान देवघर एयरपोर्ट पर लैंड करने में सक्षम होंगे। यहां महज 550 मीटर विजिबिलिटी में भी विमानों की लैंडिंग हो सकेगी। इस तरह देवघर बिहार-झारखंड का इकलौता एयरपोर्ट होगा, जहां ऐसी विजिबिलिटी में विमान उतर सकेंगे।
दरअसल, अभी एयरपोर्ट के दोनों छोर से 420 मीटर तक साधारण एप्रोच लाइट लगा हुआ है। अब इसे बढ़ाकर 900 मीटर यानी कैटेगोरी वन एप्रोच लाइट किया जा रहा है। इसके लगते ही 550 मीटर की विजिबिलिटी पर एयरक्राफ्ट की लैंडिंग होने लगेगी।
मालूम हो कि आधुनिक सुविधाओं से लैस देवघर एयरपोर्ट से डे-नाइट सेवा का परिचालन शुरू हो चुका है। दो वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब इस एयरपोर्ट का शुभारंभ किया था, तब यहां विमान की लैंडिंग पांच हजार मीटर की विजिबिलिटी पर हो रही थी।
श्रावणी मेले तक शुरू होनी संभावना
रन वे पर लाइट बढ़ाने का काम तेजी से चल रहा है। ऐसे में पूरी संभावना है कि जुलाई में श्रावणी मेला तक यह सुविधा बहाल हो जाए।
इसकी जरूरत इसलिए थी कि मौसम की मार के कारण तीन बार दो-तीन दिन के लिए विमान का परिचालन ठहर गया था। यात्रियों की परेशानी को देखते हुए सांसद डा. निशिकांत दुबे इस संबंध में संसद में सवाल उठाया था।
लागू हो चुका है आइएलएस सिस्टम
13 जून को आइएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) देवघर एयरपोर्ट पर चालू किया गया था। इसके चालू होने के बाद 800-1000 मीटर की विजिबिलिटी पर विमान उतर रहा है। इससे पहले 1400 से 1600 तक की विजिबिलिटी पर विमान की लैंडिंग हो रही थी।
गुवाहाटी-मुंबई की फ्लाइट शीघ्र
देवघर एयरपोर्ट से जल्द ही गुवाहाटी और मुंबई की फ्लाइट शुरू होगी। सांसद डा. निशिकांत दुबे ने कहा है कि विमान की संख्या जल्द ही बढ़ेगी। अभी दिल्ली, कोलकाता की हर दिन सीधी फ्लाइट है।
रांची और पटना के लिए एक दिन के अंतराल पर एटीआर का परिचालन हो रहा है। एक जून से सप्ताह में तीन दिन देवघर-बेंगलुरू की विमान सेवा शुरू हुई है।
विदेशों के लिए भी यहां से कनेक्टिंग फ्लाइट
इस एयरपोर्ट से घरेलू के साथ साथ विदेश को भी जोड़ दिया गया है। देवघर एयरपोर्ट से कनेक्टिंग फ्लाइट ढ़ाका, बैंकाक, सिंगापुर के लिए भी है। अभी इंडिगो की अभी सेवा चल रही है। बाबा बैद्यनाथ की पूजा करने की इच्छा रखने वाले अब देश के किसी भी कोने से यहां आ सकेंगे।
संताल परगना के छह जिला के अलावा धनबाद, गिरिडीह, बिहार का भागलपुर, पूर्णिया, कटिहार, बांका, जमुई के लोग भी देवघर एयरपोर्ट से अपनी यात्रा कर रहे हैं।
क्या कहते हैं देवघर एयरपोर्ट एजीएम
देवघर एयरपोर्ट के एजीएम प्रवीण कुमार बताते हैं कि देवघर एयरपोर्ट बिहार-झारखंड का पहला एयरपोर्ट हो जाएगा, जहां 550 मीटर की विजिबिलिटी पर विमान उतरेगा। कारण अभी रन वे के दोनों छोर से 420 मीटर तक सिंपल एप्रोच लाइट लगा हुआ है।
अब रन वे के पश्चिमी छोर से 420 मीटर साधारण एप्रोच लाइट को बढ़ाकर 900 मीटर (कैटेगोरी वन लाइट) किया जा रहा है। आइएलएस भी इसी छोर से कार्य कर रहा है। इसके लगते ही 550 मीटर की विजिबिलिटी पर एयरक्राफ्ट की लैंडिंग होने लगेगी। काम चल रहा है।