झारखंड पात्रता परीक्षा का रास्ता साफ, 16 वर्ष बाद आयोजित होगी परीक्षा

राज्य में 16 वर्ष बाद झारखंड पात्रता परीक्षा आयोजित की जाएगी। इससे पहले यह परीक्षा वर्ष 2007-08 में आयोजित हुई थी जो काफी विवादित हुई थी। नवगठित नियमावली में परीक्षा के पैटर्न में कई बदलाव किए गए हैं। अब यह परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड होगी। इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। यह परीक्षा दो पत्रों की होगी। पहला पत्र टीचिंग रिसर्च एटीट्यूड तथा रिजनिंग एबिलिटी से संबंधित होगा।

23 Feb 2024

रांची : राज्य के कॉलेजों में सहायक प्राध्यापक के पदों पर नियुक्ति हेतु अर्हता तय करने के लिए आयोजित होनेवाली झारखंड पात्रता परीक्षा (जेट) का रास्ता साफ हो गया है। कैबिनेट की स्वीकृति मिलने के बाद उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने इससे संबंधित नियमावली अधिसूचित कर दी। इसके तहत यह पात्रता परीक्षा झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाएगी। इस तरह, राज्य में 16 वर्ष बाद यह परीक्षा आयोजित की जाएगी। इससे पहले यह परीक्षा वर्ष 2007-08 में आयोजित हुई थी, जो काफी विवादित हुई थी। नवगठित नियमावली में परीक्षा के पैटर्न में कई बदलाव किए गए हैं। अब यह परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड होगी। इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। यह परीक्षा दो पत्रों की होगी।

पहला पत्र टीचिंग, रिसर्च एटीट्यूड तथा रिजनिंग एबिलिटी से संबंधित होगा, जिसमें दो-दो अंकों के कुल 50 प्रश्न पूछे जाएंगे। दूसरे पत्र की परीक्षा संबंधित विषय की होगी जिसमें दो-दो अंकों के कुल सौ प्रश्न पूछे जाएंगे। दोनों पत्रों के बीच कोई गैप नहीं होगा। इस तरह कुल तीन घंटे की यह परीक्षा होगी। इसमें कोई निगेटिव मार्किंग नहीं होगी।

नियमावली के अनुसार, इस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए संबंधित विषय में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातकोत्तर उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। ओबीसी, एससी, एसटी तथा दिव्यांग अभ्यर्थियों को इसमें पांच प्रतिशत की छूट दी जाएगी। वैसे पीएचडी उत्तीर्ण अभ्यर्थी जिन्होंने 19 सितंबर 1991 तक स्नातकोत्तर उत्तीर्ण किया है उन्हें भी पांच प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए कोई अधिकतम आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है। यह परीक्षा कुल 43 विषयों में आयोजित की जाएगी।

पीएचडी में भी नामांकन

अब जेट से झारखंड शिक्षा पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होनेवाले अभ्यर्थी न केवल सहायक प्राध्यापक के पदों पर नियुक्ति के लिए अर्हता हासिल कर लेंगे, बल्कि इससे पीएचडी में भी नामांकन होगा। परीक्षा उत्तीर्ण करनेवाले अभ्यर्थी पीएचडी में नामांकन के लिए योग्य माने जाएंगे।

गठित होगी स्टीयरिंग कमेटी

इस परीक्षा के आयोजन के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा दो कमेटियां गठित की जाएंगी। पहली स्टीयरिंग कमेटी होगी, जिसके अध्यक्ष आयाेग के अध्यक्ष ही होंगे। इसमें सदस्य के रूप में रोटेशन के अनुसार दो विश्वविद्यालयों के कुलपति, एक शिक्षाविद तथा एक राज्य सरकार के प्रतिनिधि को सम्मिलित किया जाएगा। वहीं, माडरेशन कमेटी के भी अध्यक्ष स्टीयरिंग कमेटी के ही अध्यक्ष होंगे। इस कमेटी में रोटेशन के अनुसार, राज्य के विश्वविद्यालयों के दो प्राध्यापकों तथा एक दूसरे राज्य के विश्वविद्यालय के प्राध्यापक के साथ-साथ यूजीसी द्वारा मनोनीत एक पदाधिकारी को सदस्य के रूप में सम्मिलित किया जाएगा। परीक्षा शुल्क का निर्धारण स्टीयरिंग कमेटी द्वारा तय किया जाएगा।

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