झारखंड में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। जहां बीजेपी सरकार बनाने का अवसर तलाशने में लग गई है वहीं अब प्रदेश के होने वाले नए सीएम चंपई सोरेन की पहली प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है। उन्होंने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों की आवाज दबाने की कोशिश हो रही है।
01 Feb 2024
झामुमो विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद झारखंड के होने वाले नए सीएम चंपई सोरेन की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि हम झारखंड के गौरव की रक्षा के लिए काम करना जारी रखेंगे। हमने राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया है। हमारे पास 47 विधायकों का समर्थन है। आपने देखा है यहां के आदिवासियों की आवाज को वर्षों से कैसे दबाया गया है।
कौन हैं चंपई सोरेन
चंपई सोरेन अलग झारखंड राज्य के लिए आंदोलन में भाग लिया था। चंपई सोरेन सरायकेला-खरसावां जिला स्थित जिलिंगगोड़ा गांव के रहने वाले हैं। चंपई सोरेन कोल्हान टाइगर के नाम से लोकप्रिय हैं। इन्हें टाइगर की उपाधि 2016 में तब मिली थी, जब इन्होंने 1990 में टाटा स्टील के अस्थायी श्रमिकों के लिए अनिश्चितकालीन गेट जाम आंदोलन किया था और लगभग 1700 ठेका मजदूरों की कंपनी में स्थायी प्रतिनियुक्ति कराई थी।
हमेशा से मजदूरों की लड़ाई लड़ते रहे हैं चंपई सोरेन
चंपई सोरेन ने राजनीति के क्षेत्र में मजदूर आंदोलन से ही कदम रखा था। इस आंदोलन के बाद यह धारणा बन गई थी कि चंपई जहां भी आंदोलन का नेतृत्व करेंगे, वहां जीत मिलेगी। झामुमो सरकार में सबसे वरिष्ठ मंत्री चंपई कभी विवादों में नहीं रहे हैं। पार्टी में शिबू सोरेन के बाद सबसे ज्यादा आदर इन्हीं को मिलता है।