झारखंड के पॉलीटेक्निक संस्थानों में पढ़ रहे छात्राओं को लेकर चंपई सोरेन की सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार हर साल 15 हजार स्कॉलरशिप देगी। साथ ही इंजीनियरिंग संस्थानों में बीई तथा बीटेक की पढ़ाई कर रही छात्राओं को प्रतिवर्ष 30 हजार रुपये स्कॉलरशिप मिलेगी। छात्राओं को यह राशि मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत दी जाएगी।
24 Feb 2024
रांची : झारखंड के सरकारी, निजी एवं पीपीपी मोड पर संचालित पॉलीटेक्निक संस्थानों में अध्ययनरत छात्राओं को प्रतिवर्ष 15 हजार रुपये की छात्रवृत्ति मिलेगी। इसी तरह यहां के सरकारी, निजी एवं पीपीपी मोड पर संचालित इंजीनियरिंग संस्थानों में बीई तथा बीटेक की पढ़ाई कर रही छात्राओं को प्रतिवर्ष 30 हजार रुपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति मिलेगी। छात्राओं को यह राशि मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत दी जाएगी। राज्य सरकार ने इस योजना को लागू करते हुए इसका संकल्प जारी कर दिया है।
योजना का लाभ लेने के लिया क्या है शर्त
जारी संकल्प के अनुसार, इस योजना का लाभ लेने के लिए डिप्लोमा में नामांकित छात्राओं को झारखंड से 10वीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। लेटरल एंट्री से नामांकित छात्राओं को दसवीं के साथ-साथ 12वीं या आइटीआइ भी झारखंड से उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। इसी तरह इंजीनियरिंग में नामांकित छात्राओं को झारखंड से 10वीं एवं 12वीं दोनों उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा।
वहीं, लेटरल एंट्री के मामले में छात्राओं को10वीं एवं 12वीं के साथ-साथ डिप्लोमा या बीएससी भी झारखंड से उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। इस योजना का लाभ शैक्षणिक सत्र 2023-24 में नामांकित छात्राओं को मिलेगा। इससे पूर्व नामांकित छात्राओं केा भी इस योजना का लाभ शेष वर्षों के लिए मिलेगा। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए तकनीकी शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जाएगी। वहीं, इस योजना की मॉनिटिरिंग के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित होगी। योजना के क्रियान्वयन के लिए एक पोर्टल तैयार कराया जा रहा है, जिसके माध्यम से आवेदन लिया जाएगा। छात्रवृत्ति के लिए अनुमोदन झारखंड तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा किया जाएगा।
न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक लाना होगा अनिवार्य
इस छात्रवृत्ति योजना का लाभ लेनेवाली छात्राओं को न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ अगले शैक्षणिक सत्र में प्रमोट होना होगा। साथ ही सभी विषय में उत्तीर्ण होना होगा। ऐसा नहीं होने पर उसे लाभ मिलना बंद हो जाएगा।
प्रत्येक वर्ष 4200 छात्राओं को मिलेगा लाभ
इस योजना का लाभ प्रत्येक वर्ष 4,200 छात्राओं को मिलेगा। प्रत्येक वर्ष तीन हजार डिप्लोमा छात्राओं तथा 1,200 इंजीनियरिंग छात्राओं को यह छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। इस तरह, प्रत्येक वर्ष क्रमश: 4.50 करोड़ रुपये तथा 3.60 करोड़ रुपये इस योजना पर खर्च होंगे