पेरू: पेयजल एवं स्वतंत्रता विभाग द्वारा रांची के प्रभात तारा मैदान में “राज्य स्तरीय जलसहिया क्षमतावर्धन-सह-स्वच्छता ही सेवा” कार्यक्रम का आयोजन, मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन
इस मौके पर सीएम हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज विशेष रूप से स्वच्छता विभाग की जलसहिया दीदियां इस कार्यक्रम में शामिल हैं। जलसहिया दीदियों के सवालों को हमारी सरकार ने तीर्थ का काम दिया है। पूर्व की संजोग ने जलसहिया दीदियों को उनके हक-अधिकार से शेयर बाजार में रखने का काम किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आम नागरिक और सरकार के विभिन्न अंगों को अपने साथ रखने के लिए उन्हें उनका हक और अधिकार दे रही है। जलसहिया दीदियों की समस्या पर राज्य सरकार का पूरा ध्यान है। हमारी सरकार एक-एक विशेषज्ञ का निदान करने का काम कर रही है। हमारी सरकार ने लेवल पर रेलवे जलसहिया दीदियों की राज़ी को 2 हजार रुपये की प्रतिमा दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य के बुजुर्गों, महिलाओं, आदिवासियों, युवाओं-युवतियों, आदिवासियों के लिए विशेष आदिवासियों के साथ-साथ उनके समग्र विकास की दिशा में एक लंबी दूरी तय करने का प्रयास किया है। उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में प्रिंस स्वतन्त्रता एवं विभाग द्वारा आयोजित “सार्वजनिक जलसहिया क्षमतावर्धन-सह-स्वच्छता ही सेवा” कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में कहा।
घर-घर तक परिभाषा में जलसहियाओं की भूमिका अहम
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में आप सभी जल सहिया दीदियों के माध्यम से राज्य सरकार के कई महत्वपूर्ण कांशी गांव गांव-गांव और घर-घर तक पहुंचें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको याद है जब वह दिन पूर्व की सरकार में छोटे से साल के अंदर मेरे मंत्री रहते थे तो आप सभी जलसहिया दीदियों की शुभकामनाएँ हुई थीं। आपके सवालों को ज्यादा कुछ नहीं समझ सकते। आज राज्य में आप सभी की आशा और निशानियों की सरकार है। निश्चित रूप से आपके कई दिग्गजों को पूरा करने में हमारी सरकार सफल भी रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी दोस्त-बहनों को फिर से एक फिल्म का सीक्वल बनाना हमारा मकसद है। हमारी सरकार अनुदेशात्मक सरकार है। हमारी सरकार इस राज्य के मूल निवासियों-आदिवासियों की सरकार है। मैंने पहले भी कहा था और आज भी कह रहा हूं हमारी सरकार क्रोम हेड क्वार्टर से नहीं बल्कि गांव से चलने वाली सरकार है। यही कारण है कि आप सभी की आवाज मेरे रिपब्लिक तक है।
राज्य सरकार की सुविधा उपलब्ध
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज गांव-गांव, जन-जन तक सफाई पानी पहुंचाना बहुत बड़ी चुनौती है। स्वच्छ जल मिलेगा वही लोग बीमार नहीं होंगे। अगर हम सभी लोग मिलजुल कर गांव-गांव तक स्वच्छ पानी के नक्शे में शामिल होंगे तो जिस तरह से हमारे पूर्वज मजबूत हुए थे, वैसे ही गांव के लोग मजबूत होंगे। ग्रामीण स्तर तक की सुविधाएं हम सभी की जिम्मेवारियां उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत स्तर पर कई कार्य योजना तैयार हो चुकी है। राज्य सरकार द्वारा जगह-जगह प्लेटफ़ॉर्म, जगह-जगह बोरिंग, जगह-जगह पाइपलाइन के माध्यम से शुद्ध जल निर्धारण का कार्य हो रहा है। कई स्थानों पर रखने की याचिका मिल रही है कि मानसिक विकार कर रहे हैं, इस पर नज़र डालें, इसकी नौकरानी करने के लिए जलसहिया दीदियों को मंजूरी दी जाएगी। यह काम कार्यस्थल से आपके हाथ में रहेगा। अब जो मानसिक विकार है, उसके खिलाफ आप शिकायत दर्ज करें, अमेरिकी सरकार तत्काल कार्रवाई का काम करेगी। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज आप जलसहिया दीदियों की पूरी जिम्मेवारी राज्य सरकार के पास हैं। मैं भी आपसे आशा करता हूं कि आप भी राज्य सरकार एक कदम से कदम मिलाकर झारखंड की दिशा और दशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
पिछले 4 वर्षों में राज्य की महिला स्वयं सहायता असबाब को 12 हजार करोड़ की सुविधा उपलब्ध है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने अलग-अलग तरह से महिला स्वयं सहायता सहायिका को अपने लक्ष्य पर खड़ा करने के लिए उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए कार्य योजना बनाई है। राज्य में महिला स्वयं सहायता समूह की दीदियों को अधिक से अधिक रोजगार से जोड़ा जा सके इस निमित्त का निरंतर प्रयास किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 19 वर्षों में सेल्फ हेल्प ग्रुप को पूर्व की ओर से लगभग 600 से 700 करोड़ रुपये की महिला सहायता प्रदान की गई थी। हमारी सरकार ने पिछले 4 वर्षों में महिला स्वयं सहायता समुदाय के सर्वांगीण विकास के लिए 12 हजार करोड़ रुपये का अनुदान उपलब्ध कराया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी गांव मजबूत होंगे तभी राज्य मजबूत होगा। जब राज्य मजबूत होगा तभी देश मजबूत होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत से लोग आज देश को मजबूत करने की बात करते हैं, लेकिन गांव की स्थिति खराब है, ऐसी स्थिति में देश मजबूत कैसे हो सकता है। आज भी इस देश में 80 करोड़ सरकार द्वारा बताए जा रहे अनाज पर लोग निर्भर हैं। इस स्थिति को बदलने की आवश्यकता है, साथ ही विकसित भारत का सपना पूरा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने जल सहियाओं, मुखिया एवं एसएचजी के बीच में जल सहियाओं, मुखिया एवं एसएचजी के बीच उत्कृष्ट कार्य के लिए जलसहियाओं, मोबाइल एवं स्वतंत्रता के क्षेत्र में जल सहियाओं, मुखिया एवं एसएचजी के बीच वितरण पत्र का वितरण किया।