रांची। झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले के कियाकेला थाने में रविवार सुबह तटबंध सब इंस्पेक्टर कृष्णा साव ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। उन्हें स्थिर करियाकेला स्थित स्थिरता केंद्र ने स्थिरता केंद्र में रखा, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना क्षेत्र में एला मॉल मॉल पर स्थित है। मामले की तहकीकात की जा रही है। आत्महत्या की वजह का पता नहीं चल पाया है। बताया गया कि सुबह करीब साढ़े आठ बजे स्टेशन पर अचानक से बिजली चमकने की आवाज आई।
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इंडस्ट्रीयल रेसिंग तो उन्होंने जमीन पर खून से लथपथ पाया। झारखंड में पिछले एक साल में पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना के 11 हथियारों की बंदूकें या उनके ही हथियार से गोली चलने की वजह से मौत की घटनाएं सामने आई हैं। 25 जुलाई को चतरा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के शीला महासभा स्थित 22वीं बटालियन कैंप में आशीष कुमार नामक युवक ने खुद को गोली से उड़ा लिया था। वह उत्तर प्रदेश के संत रविदास नगर जिले के निवासी थे।
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जुलाई के अंतिम सप्ताह में जिले के छिपादोहर थाना क्षेत्र के करमडीह पिकेट में पदस्थापित युवा आमिर सिंह की मौत उनके ही हथियार से गोली चलने की वजह से हुई थी। 18 जून को बोकारो के हरला थाना क्षेत्र के सेक्टर 8 में एक सीआई एसएफ जवान संगीत ने अपनी पत्नी के ग्लास हाउस में हत्या करने के बाद मोनिका कर ली थी। 31 मई को डायरेक्टोरेट एसेट में 31 साल के युवा विकास कुमार ने खुद को गोली मार ली थी। माउज़ पर ही उनकी मृत्यु हो गई थी।
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6 फरवरी को चतरा स्थित 190 बटालियन कैंप में कैलाश चंद जयंती नामक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के लोहड़ी गांव का रहने वाला था। वर्ष 2023 के नवंबर माह में सिमडेगा जिले के कोलेबीरा थाना में पदस्थापित सत्यजीत कच्छप ने खुद को गोली से उड़ा लिया था। 24 नवंबर को रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र में उत्तराखंड रेजिडेंट आर्मी के युवाओं ने फांसी लगाकर ताला लगा लिया था। अक्टूबर, 2023 में पाकुड़ में मासूम पद पर झारखंड पुलिस के हवलदार ललन सूदन ने आत्महत्या कर ली थी।