बीजेपी नेता सीता सोरेन ने पार्टी नेताओं के खिलाफ बयान देकर झारखंड में सियासी भूचाल ला दिया है। ऐसी अटकलें तेज हैं कि वह झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर जेएमएम में जा सकती हैं। इस पर अब दुमका के नवनिर्वाचित सांसद का भी बयान आया है। नलिन सोरेन ने साफ कहा कि जो भी आना चाहे वो आ सकता है लेकिन अंतिम फैसला पार्टी सुप्रीमो ही लेंगे।
दुमका के नवनिर्वाचित सांसद नलिन सोरेन ने मंगलवार को दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद जीत-हार की समीक्षा के दौरान भाजपा के अंदर चल रहे विवाद पर वह कुछ नहीं बोलेंगे, क्योंकि यह उनके पार्टी का अंदरूनी मामला है।
बीजेपी नेता सीता सोरेन ने पार्टी नेताओं के खिलाफ बयान देकर झारखंड में सियासी भूचाल ला दिया है। ऐसी अटकलें तेज हैं कि वह झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर जेएमएम में जा सकती हैं। इस पर अब दुमका के नवनिर्वाचित सांसद का भी बयान आया है। नलिन सोरेन ने साफ कहा कि जो भी आना चाहे वो आ सकता है लेकिन अंतिम फैसला पार्टी सुप्रीमो ही लेंगे।
दुमका के नवनिर्वाचित सांसद नलिन सोरेन ने मंगलवार को दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद जीत-हार की समीक्षा के दौरान भाजपा के अंदर चल रहे विवाद पर वह कुछ नहीं बोलेंगे, क्योंकि यह उनके पार्टी का अंदरूनी मामला है।
उन्होंने कहा कि राजनीति में जीत-हार चलती रहती है। चुनाव में हमारी जीत हुई है तो भाजपा इसे किस तरीके से देखती है उससे हमें कोई लेना-देना नहीं है। दुमका की भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन के बयानों पर भी वह कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे, लेकिन अगर कोई भी भाजपा नेता झामुमो में आएगा तो पार्टी उसका स्वागत करेगी।
‘भाजपा के किसी नेता से मुलाकात नहीं हुई’
इस सवाल पर कि सीता सोरेन का कहना है कि विरोधी दल से भाजपा के कुछेक नेताओं पर कार्यकर्ताओं मिले हुए थे के जवाब में उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान भाजपा के किसी भी नेता से उनकी कोई मुलाकात नहीं हुई है। जहां तक चुनाव जीतने का सवाल है कि तो राजनीति में जिसकी नीतियां सही होती है वही जीतता है।
नलिन सोरेन ने यह भी कहा कि भाजपा की पूर्व मंत्री डॉ. लुईस मरांडी तो उनके साथ साये की तरह चुनाव प्रचार में घूम रही थीं। पूर्व सांसद सुनील सोरेन और सारठ के विधायक रणधीर सिंह से भी उनकी कोई मुलाकात नहीं है।
उन्होंने कहा कि राजनीति में जीत-हार चलती रहती है। चुनाव में हमारी जीत हुई है तो भाजपा इसे किस तरीके से देखती है उससे हमें कोई लेना-देना नहीं है। दुमका की भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन के बयानों पर भी वह कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे, लेकिन अगर कोई भी भाजपा नेता झामुमो में आएगा तो पार्टी उसका स्वागत करेगी।
क्या सीता सोरेन फिर JMM ज्वाइन करेंगी?
इस सवाल पर कि आपके मित्र लोबिन हेंब्रम और सीता सोरेन अगर झामुमो में आना चाहें तो क्या यह संभव हो सकता है के जवाब में कहा कि यह सब पार्टी सुप्रीमो तय करेगा। इस पर वह कुछ भी नहीं बोल सकते हैं।
नलिन ने कहा कि विधानसभा का चुनाव है, इसलिए पार्टी जो भी निर्णय लेगी वह काफी पुख्ता तरीके से सोच-समझ कर लेगी। झामुमो के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में आइएनडीआइए गठबंधन क्लिन स्वीप करेगा और झामुमो के नेतृत्व में दोबारा यहां सरकार बनेगी।