झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन वर्तमान समय में राजनीतिक संकट में घिरे हैं। इस दौरान उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधने के लिए महापुरुषों की जयंती का सहारा लिया है। सीएम ने मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की कही गई उस बात का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि आप लोग आदिवासियों को लोकतंत्र नहीं सिखा सकते बल्कि आपको समानता और सह अस्तित्व उनसे ही सीखना होगा।
04 Jan 2024
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजनीतिक संकट की घड़ी में विरोधियों पर महापुरुषों की जयंती के बहाने निशाना साधा है। सीएम ने मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की कही गई बात का उल्लेख किया। जयपाल सिंह मुंडा ने कहा था – आप लोग आदिवासियों को लोकतंत्र नहीं सिखा सकते, बल्कि आपको समानता और सह अस्तित्व उनसे ही सीखना होगा।
जयपाल सिंह मुंडा ने लड़ी शोषित समाज के अधिकार की लड़ाई
संविधान सभा के सदस्य मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा हमेशा आदिवासी और शोषित समाज के हक-अधिकार के लिए लड़ते रहे। जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत झारखंड सरकार ने राज्य के वंचित वर्ग के 50 युवाओं को सरकारी खर्चे पर विदेश में उच्च शिक्षा हेतु भेजने का काम किया है। शिक्षा की क्रांति से ही समाज में सकारात्मक बदलाव संभव है। शोषित और वंचित समाज को हक-अधिकार दिलाने के लिए जीवनपर्यंत उन्होंने संघर्ष किया।
बेटियां पढ़ेंगी तो समाज आगे बढ़ेगा : सीएम सोरेन
सावित्रीबाई फुले को याद करते हुए हेमंत ने एक्स पर लिखा – वो मुझपर पत्थर और कीचड़ फेंकते रहे, मैं गरीब, वंचित और शोषित बेटियों को पढ़ाती रही। सावित्रीबाई फुले के अथक संघर्ष को सम्मान देते हुए झारखंड सरकार ने राज्य की लाखों बेटियों को सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ने का काम किया है। बेटियां पढ़ेंगी तो समाज आगे बढ़ेगा।