7 महिला मंत्री: ये 7 महिलाएं मोदी कैबिनेट में बनीं मंत्री, जानें लिस्ट में कौन-कौन

7 महिला मंत्री: नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए 9 जून को प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। सफेद कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा व नीली जैकेट पहने 73 वर्षीय मोदी ने ईश्वर के नाम पर शपथ ली। जवाहरलाल नेहरू के बाद मोदी लगातार तीसरी बार पीएम बनने वाले देश के दूसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं। मोदी के साथ-साथ 71 और भाइयों ने मंत्री पद की शपथ ली है। इसमें 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली गई है। पीएम के अलावा 60 मंत्री भाजपा और 11 अन्य दल के हैं।

मोदी कैबिनेट की आज शाम होगी पहली बैठक, मोदी 3.0 में 33 नए चेहरे मिलने का मौका

वहीं मोदी 3.0 कैबिनेट में इस बार 7 महिलाएं मंत्री बनी हैं। इसमें 6 महिलाएं भाजपा और एक अपना दल से हैं। नई दिल्ली में निर्मला सीतारमण, भाजपा सांसद अन्नपूर्णा देवी, शोभा करंदलाजे, रक्षा खड़से, सावित्री ठाकुर और निमुबेन बांभनिया तथा अपने दल की सांसद अनुप्रिया पटेल को शामिल किया गया है। प्रदेश में पांच महिलाओं सहित पांच कैबिनेट मंत्रियों ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है।

नरेंद्र मोदी कैबिनेट: मोदी कैबिनेट में कौन-कौन बना कैबिनेट मंत्री, देखें पूरी लिस्ट

इससे पहले मोदी ने अपने पहले कार्यकाल (2014-2019) में 8 महिलाओं को कैबिनेट में शामिल किया था। वहीं दूसरे कार्यकाल (2019-2024) में 6 महिलाओं को नियुक्ति दी गई थी। तो आइए उन 7 महिलाओं के राजनीतिक जीवन पर एक नजर डालें, जिन्हें पीएम मोदी ने अपने कैबिनेट में जगह दी हैः-

मोदी नई कैबिनेट: अनुराग ठाकुर-स्मृति ईरानी और मीनाक्षी लेखी समेत इन 20 मंत्रियों की ‘मोदी 3.0’ से हुई छुट्टी, अब कहलाएंगे पूर्व मंत्री

निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) (भाजपा))

निर्मलवाड़ का जन्म 18 अगस्त, 1959 को तमिलनाडु के मदुरई में हुआ था। उन्हें 2006 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल किया गया और 2010 में उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में नियुक्त किया गया। वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी के शासनकाल में आंध्र प्रदेश से एक जूनियर मंत्री के रूप में शामिल किया गया और उन्हें आंध्र प्रदेश से राज्यसभा सदस्य के रूप में चुना गया। निर्मला सीतारमण ने 31 मई 2019 को कॉरपोरेट मामलों के मंत्री और भारत के 28वें वित्त मंत्री के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने भारत की दूसरी महिला रक्षा मंत्री के रूप में भी काम किया है।

अन्नपूर्णा देवी (Annpurna Devi) (छवि)

मोदी कैबिनेट में झारखंड से जगह बनाने वाली अन्नपूर्णा देवी दूसरी बार सांसद बनी हैं। अन्नपूर्णा देवी का पूरा नाम अन्नपूर्णा देवी यादव है। वह झारखंड के कोडरमा से लोकसभा सदस्य हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में 2019 का आम चुनाव जीता था। वह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्षों में से एक हैं। इससे पहले वह राष्ट्रीय जनता दल में थे। पति की मृत्यु के बाद राजनीति में प्रवेश करने वाले भगवान में आने से पहले अन्नपूर्णा देवी आरजेडी की नेता भी रह चुकी हैं। वर्ष 2019 में कोडरमा से बीजेपी परिणाम के रूप में चुनाव लड़कियाँ थीं। इससे पहले भाजपा ने उन्हें शिक्षा राज्य मंत्री बनाया था। इस बार भी उन पर विश्वास करते हुए दूसरी बार मंत्री पद की शपथ ली गई है।

राहुल गांधी कब बनेंगे प्रधानमंत्री? राहुल के राजयोग पर ज्योतिषियों ने जो भविष्यवाणी की है, उसे जानकर उनके चाहने वालों को लगेगा ‘जोर का झटका’

शोभा करंदलाजे (Shobha Karandlaje) (भाजपा)

तीसरी बार लोकसभा में सांसद बनीं शोभा करंदलाजे को एक बार फिर मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया है। शोभा का भाजपा से उनका नाता करीब 25 साल पुराना है। 57 साल की शोभा ने सोशल वर्क से ग्रेजुएशन और समाज शास्त्र में एमए किया है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदुरप्पा के करीबी लोगों में शामिल हो गए हैं। मोदी सरकार 2.0 में कल्याण एवं किसान कल्याण मंत्रालय राज्य मंत्री थे।

रक्षा खडसे (Raksha Khadse) (भाजपा)

महाराष्ट्र से आने वाली रक्षा खडसे ने मोदी कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली है। रक्षा का जन्म मध्य प्रदेश के खेटिया में हुआ था। उनका राजनीतिक जीवन मैदान स्तर पर शुरू हुआ, जहां उन्होंने कोठाडी गांव के सरपंच और बाद में जलगांव जिला परिषद की सदस्य के रूप में जिम्मेदारी संभाली। स्थानीय राजनीति में उनकी शुरुआती सफलता ने उन्हें 2014 के कांग्रेसी चुनावों में सांसद के रूप में स्थान दिलाया। रक्षा खडसे शरद पवार गुट के एनसीपी नेता एकनाथ खडसे के बहू हैं, जिन्होंने भाजपा में वापस जाने का फैसला किया था। रक्षा के पति निखिल खड़से ने साल 2013 में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। महाराष्ट्र के रावेर से दो बार की भाजपा सांसद ने अब तीसरी बार यानी 2024 का लोकसभा चुनाव लगभग 3 लाख वोटों के भारी अंतर से जीता है। रक्षा को उनकी व्यक्तिगत शक्ति और सौम्य व्यवहार के लिए जाना जाता है।

शपथ ग्रहण से पहले मोदी के लिए आई बुरी खबर, अजित पवार गुट हुए नाराज, फडणवीस जश्न में पहुंचे, अब आगे क्या होगा…?

सावित्री ठाकुर (Savitri Thakur) (भाजपा)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल की सूची में मध्य प्रदेश से चौंकाने वाला नाम सावित्री ठाकुर का है। 46 साल की सावित्री ठाकुर मध्य प्रदेश में भगवान का आदिवासी चेहरा हैं। वह हायर सेकेंडरी तक पढ़ाई की है। उन्होंने पंचायत चुनाव से लेकर संसद तक का सफर तय किया है। 2004 से 2009 तक जिला पंचायत रह गये हैं। 2014 में पहली बार बीजेपी के टिकट पर सांसद बने हैं और अब 2024 में एक बार फिर से बीजेपी सांसद बने हैं। सावित्री ने राहुल गांधी के करीबी कांग्रेस उम्मीदवार राधेश्याम मुवैल को धार कांग्रेस सीट से 2 लाख 18 हजार 665 मतों से हराया है। सावित्री धार कांग्रेस सीट से जीत हासिल करने वाली आदिवासी नेतात्री अब सासंद और केंद्रीय मंत्रिमंडल में एमपी के मालवा और निमाड़ क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगी।

निमुबेन बम्भानिया (Nimuben Jayantibhai Bambhaniya) (भाजपा)

निमुबेन बाभनिया को इस बार पीएम मोदी के कैबिनेट में जगह मिली है। वह गुजरात के भावनगर संसदीय क्षेत्र से संसद बने हुए हैं। वे अपनी प्रतिद्वंदी को 455289 मतों से परिभाषित कर सांसद बने हैं। निमुबेन का जन्म 1966 में हुआ था। निमुबेन की पहचान एक शिक्षिका के तौर पर भी होती है। वह तेलपड़ा कोली समाज से आती हैं। पहले जो भावनगर से सांसद थे, वह भी इसी प्रकार समाज से आते थे। उन्हें काफी शांत और सरल स्वभाव का बताया जाता है। निमुबेन ने अपने नेताजी सुभाष भाई को इस बार चुनाव में हराया था। वह भाजपा के समर्पित नेताओं में से एक हैं।

अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) (अपना दल)

अनुप्रिया पटेल का जन्म 29 अप्रैल 1981 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था। अनप्रिया के पिता सोनलाल पटेल ने उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी राजनीतिक दल की स्थापना की थी। अनुप्रिया ने महिलाओं के लिए दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज और कानपुर में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की है। उनके पास मनोविज्ञान में मास्टर्स डिग्री है और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं। अनुप्रिया पटेल अपना दल पार्टी के सांसद हैं। अनुप्रिया पटेल उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर सीट से सांसद हैं। चुनाव में उन्होंने 471,631 वोट हासिल किए थे। अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक युवा महिला चेहरा हैं। वे अपने पिता सोनेलाल की पार्टी अपना दल (एस) का प्रतिनिधित्व करते हैं। अपना दल पार्टी दोधों में बंटी है, अपना दल (एस) जो अनुप्रिया पटेल के नाम से जानी जाती है और अपना दल (कृष्णा पटेल गुट) जिसका प्रतिनिधित्व उनकी मां करती हैं।

राहुल गांधी कब बनेंगे प्रधानमंत्री? राहुल के राजयोग पर ज्योतिषियों ने जो भविष्यवाणी की है, उसे जानकर उनके चाहने वालों को लगेगा ‘जोर का झटका’

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को फॉलो करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H

Keep Up to Date with the Most Important News

By pressing the Subscribe button, you confirm that you have read and are agreeing to our Privacy Policy and Terms of Use