दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा हमारे अस्पतालों में गर्मी से होने वाली बीमारियों के मरीजों के इलाज की व्यवस्था है या नहीं यह देखने के लिए आज पंडित मदन मोहन मालवीय अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। मैंने देखा कि वहां आवश्यक दवाएं थीं और आइस पैक भी थे। भारद्वाज ने कहा हम अन्य अस्पतालों में भी जांच करेंगे जहां भी कमियां होंगी उन्हें दूर करेंगे।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में लू के कारण कुल 14 लोगों की जान चली गई है और 118 लोग अभी भी अस्पतालों में भर्ती हैं। उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में तापमान 52 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है जो पिछले 60 वर्षों में सबसे अधिक है।
उन्होंने कहा, “पिछले कुछ दिनों में तापमान 52 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है और यह पिछले 60 वर्षों में सबसे अधिक है। रात का तापमान भी 38 डिग्री सेल्सियस था। उत्तर भारत में लू से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ गई है। 310 लोगों को सरकार ने अस्पताल में भर्ती कराया है और 112 को छुट्टी दे दी गई है। 118 मरीज अभी भी भर्ती हैं और 14 की जान चली गई है।”
अस्पतालों का भी औचक निरीक्षण कियाः भारद्वाज
उन्होंने कहा, “हमारे अस्पतालों में गर्मी से होने वाली बीमारियों के मरीजों के इलाज की व्यवस्था है या नहीं, यह देखने के लिए आज पंडित मदन मोहन मालवीय अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। मैंने देखा कि वहां आवश्यक दवाएं थीं और आइस पैक भी थे।” भारद्वाज ने कहा, “हम अन्य अस्पतालों में भी जांच करेंगे, जहां भी कमियां होंगी, उन्हें दूर करेंगे।”
दिल्ली के मंत्री ने कहा कि उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भी पत्र लिखा है कि वे रात्रि गश्त करने वाली टीम को निर्देश दें कि अगर कोई बीमार दिखे तो उसे अस्पताल ले जाएं। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव उन्हें बिना बताए एक महीने की छुट्टी पर हैं।
पांच-पांच एंबुलेंस तैनात करने को कहा गया: भारद्वाज
उन्होंने कहा, “हमने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भी लिखा है कि वह अपनी नाइट पेट्रोलिंग टीम से कहें कि अगर कोई बीमार दिखे तो उसे अस्पताल में छोड़ें या हमें सूचित करें और हम अपनी एम्बुलेंस भेजकर उसे अस्पताल में भर्ती कराएंगे। कैट सेवा ने भी कहा है कि दिल्ली के सभी जिलों में पांच-पांच एंबुलेंस तैनात करने को कहा गया है। अगर रैन बसेरे में या उसके आसपास कोई बीमार व्यक्ति है तो एंबुलेंस उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाए।’
उन्होंने कहा, “दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव उपलब्ध नहीं हैं, वह मुझसे पूछे बिना एक महीने की छुट्टी पर चले गए हैं। कल मैंने एमएस और एमडी को बुलाया और एक बैठक की। वे सतर्क हैं और अपनी तरफ से अच्छी तैयारी कर रहे हैं। अगर कोई है तो कमी है, तो मैं उसके लिए औचक निरीक्षण कर रहा हूं।”
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