राजधानी दिल्ली में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। स्थिति यह है कि लोग पानी भरने को लेकर आपस में लड़ाई कर रहे हैं। इसके बावजूद राजधानी में पानी की बर्बादी नहीं रुक रही है। द्वारका में कई जगहों पर पानी की पाइपलाइन टूटी हुई है। इससे हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। लेकिन दिल्ली जल बोर्ड का इस पर ध्यान नहीं है।
दिल्ली में पानी को लेकर मचा हाहाकार, किल्लत के बावजूद नहीं थम रही बर्बादी
ओखला फेज दो स्थित संजय कालोनी में दिल्ली जल बोर्ड के टैंकर से पानी भरते लोग।
रिषभ बाजपेयी, पश्चिमी दिल्ली। पानी की किल्लत को लेकर हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। कहीं पानी भरने को लेकर लोगों की आपस में लड़ाई हो रही है तो कहीं पर पानी की कमी के चलते लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। मगर देखने वाली बात यह है कि पानी की इतनी खराब स्थिति होने के बावजूद भी बर्बादी नहीं थम रही है।
कुछ जगहों पर पानी की पाइपलाइन टूटी है जबकि कुछ फिलिंग स्टेशन पर भी पानी काफी बर्बाद हो रहा है। पाइपलाइन टूटी होने से रोजाना सैंकड़ों लीटर पानी नाली में यूं ही बह रहा है, लेकिन दिल्ली जल बोर्ड का इस पर ध्यान नहीं है। उत्तम नगर मेट्रो स्टेशन के आगे चौराहे के किनारे से फल की रेहड़ियां लगती हैं।
नाली में बह जा रहा सैंकड़ों लीटर पानी
वहीं पर पानी की पाइपलाइन गुजर रही है। पाइपलाइन का जोड़ खुल गया है, जिसकी वजह से सैंकड़ों लीटर पानी बहकर नाली में जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले इस पर बेल्डिंग की गई थी जो कि खुल गई है। पिछले दस दिनों से ऐसे ही पानी बह रहा है।
द्वारका सेक्टर-13 स्थित राजकीय सह-शिक्षा सर्वोदय विद्यालय के बाहर पानी की पाइपलाइन टूटने से पानी बर्बाद हो रहा है, जो कि ऐसे में खुली जगह में भर रहा है। वहीं इस संबंध में दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी का कहना है कि पाइपलाइन कहां टूटी है यह संज्ञान में नहीं है। पता कर के जल्द उसे ठीक कराया जाएगा।
पानी को बर्बादी पर सांसद ने दिल्ली सरकार को घेरा पानी की कमी और बर्बादी को लेकर पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने दिल्ली सरकार और अधिकारियों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि द्वारका की सभी सोसायटियों से लगातार फोन आ रहे हैं। टैंकर भी ब्लैक में मिल रहे हैं।
द्वारका में कई जगह टूटी हैं पानी की पाइपलाइन
दिल्ली में प्रतिदिन 1056 एमजी पानी की आवश्यकता है, पूरा पानी हरियाणा दे रहा है। द्वारका में ही पानी की पाइपलाइन पांच से छह जगहों से टूटी हुई है, इतना पानी लगातार बर्बाद हो रहा है। पूरी दिल्ली में पानी की जो आवश्यकता है उसका 20 प्रतिशत पानी बर्बाद हो रहा है।
दिल्ली सरकार और उनके अधिकारियों का इस पर कोई ध्यान नहीं है। पश्चिमी दिल्ली में करीबन 230 एमजीडी पानी की आवश्यकता है मगर 150 एमजीडी से ऊपर यहां पानी शायद ही आ रहा हो, इसमें 20-25 एमजीडी पानी द्वारका में ही बर्बाद हो रहा है।
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