नई दिल्ली . दिल्ली पुलिस की ओर से मुख्यमंत्री आवास के सीसीटीवी फुटेज में आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए आरोपों को खारिज कर दिया गया है। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को बदनाम करने के लिए दिल्ली पुलिस के माध्यम से भाजपा झूठ फैला रही है।
उन्होंने कहा कि 13 मई की घटना से जुड़े सभी सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर दिल्ली पुलिस ले गए हैं। मुख्यमंत्री आवास के अंदर की सामुहिक प्रदर्शनी भी रविवार को ली गई है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 13 मई को स्वाति मालीवाल और विभव कुमार के बीच विवाद में बीजेपी और पुलिस एक पार्टी बनी है। ऐसा इसलिए क्योंकि पुलिस शुरुआत से ही इस मामले की खबरें लाइक कर रही है। 112 नंबर पर सारी कॉल मौजूद है, लेकिन स्वाति मालीवाल के कॉल की जानकारी मीडिया में तुरंत शेयर कर दी गई। उन्होंने कहा कि मैं मीडिया के माध्यम से एलजी और दिल्ली पुलिस से पूछ रहा हूं कि डीडी तक की कॉपी कैसी लगी। 354 में दर्ज एफआईआर की कॉपी लिक की।
भारद्वाज ने कहा कि मासूम को पता था कि विभव मुख्यमंत्री के साथ लखनऊ गए थे, लेकिन पुलिस को खबर मिली कि वह चोरी चला रहे हैं। जबकि उन्होंने खुद ई-मेल कर जांच में सहायता की बात कही थी। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस इस तरह की भड़कीली खबरें केवल और केवल इसलिए फैला रही है, क्योंकि इसमें भाजपा का राजनीतिक रहस्य छिपा हुआ है। चुनाव के दौरान यह आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की साजिश है।
आवास के अंदर के गवाह ने पुलिस को क्यों ले लिया
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि मुख्यमंत्री आवास के अंदर यानी जहां उनका परिवार रहता है, पूर्वोत्तर क्षेत्र है, लोन एरिया है या बेड रूम के आस-पास लगाए गए सीसीटीवी फुटेज दिल्ली पुलिस ले गई है, जबकि उनकी इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। .