दिल्ली में आग लगने की घटनाओं ने तोड़ा रिकॉर्ड

नई दिल्ली . गर्मी में आग का कहर लगातार जारी है. राजधानी दिल्ली में महज एक दिन में फायर कंट्रोल रूम में रिकॉर्ड 220 कॉल आई हैं।

बिल्लू के दिन (261शिकायत) को एक दिन में खत्म कर दिया गया अब तक सबसे अधिक कॉल का यह रिकॉर्ड है। फायर कंट्रोल रूम में यह विवरण 28 मई मध्य रात्रि से 29 मई मध्य रात्रि के बीच 24 घंटे का है। सामान्य दिनों में 110 से 120 नजदीकी कॉल फायर कंट्रोल रूम के पास आती हैं।

183 फीट सिर्फ आग की अग्निशमन विभाग की ओर से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कुल 220 कॉल में से 183 कॉल सिर्फ आग लगने से संबंधित हैं, जबकि अन्य 37 कॉल में किसी पक्षी या जानवर के फंसे होने की आशंका है। वहीं, कुछ स्थानों पर करंट लगने जैसी कॉल भी शामिल हैं, जबकि कुछ स्थानों पर तार गिरने और दीवार गिरने जैसी कॉल भी शामिल हैं।

शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं। गर्मी में भारी संख्या में विद्युत उपकरण का उपयोग होने से ओवरलोडिंग से भी आग लग रही है। वहीं, ज्यादातर घरों में बड़ी संख्या में एसी, पंखे, कूलर जैसी-तरह की बिजली से चलते हैं। इस कारण शॉर्ट सर्किट का खतरा होने से वायरिंग या एसी में ब्लास्ट होने के कारण आग लगने की कॉल आती हैं।

220 कॉल एक दिन में फायर कंट्रोल रूम में 110 के करीब शिकायतें सामने आ रही हैं

भीषण गर्मी भी मुख्य कारण फायर डिपार्टमेंट

अग्निशमन विभाग की मंशा तो आग लगने की वजहों में तेज गर्मी सबसे अहम है। सुबह से ही तेज धूप पड़नी शुरू होती है और दोपहर तक जमीन तपने लगती है। ऐसे में एक गंभीर सी चिंगारी को आग की बड़ी लपटों में बदलते देर नहीं लगती। एक तरफ लोग गर्मी से बेहाल हैं, वहीं दूसरी तरफ जरा सी गलती जानलेवा साबित हो रही है।

उसे प्रशिक्षण अवश्य दें

यदि आप भी सार्वजनिक व्यावसायिक स्थान पर काम करते हैं तो अग्निरोधी खुला उपाय अवश्य करें। जरूरी फर्मवेयर डिवाइस को अवश्य स्थापित करें और उसके कर्मचारियों को प्रशिक्षण दें।

बिजली उपकरण की सर्विसिंग

बिजली उपकरण का उचित रखरखाव करना चाहिए. यह सुनिश्चित करें कि सभी उपकरण अधिक गर्म होने से सुरक्षित रहें। इसके अलावा चिंगारी और आग को रोकने के लिए बिजली के उपकरणों की नियमित रूप से जांच करवाएं।

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