नई दिल्ली. घने कोहरे ने रेलगाड़ियों की चाल बनाई है। घने कोहरे की वजह से ज्यादातर लंबी दूरी की ट्रेनें छह से आठ घंटे की देरी से चल रही हैं। इस वजह से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को 75 से अधिक बार टोरंटो की चाल बदतमीजी रही।
उत्तर भारत में टिकट वाली की शीतलहर से रेलयात्रियों को परेशानी हो रही है। यात्री पोर्टफोलियो पर नोटबुक का घण्टा इंतज़ार करते हुए आया। रविवार सुबह से शुरू हुई नोटबुक की लेटलतीफी, देर रात तक बनी रही। चेन्नई-नई दिल्ली दुरंतो की दूरी आठ घंटे से अधिक की दूरी तय करने से अमृतसर-नांदेड़ एक्सप्रेस सात घंटे की दूरी तय हुई।
इसी तरह पतालकोट एक्सप्रेस, बिहार राजधानी, अजमेर-कटरा एक्सप्रेस छह घंटे की देरी से चली। इसके अलावा बनारस-नई दिल्ली, जयपुर-अमृतसर, चेन्नई-नई दिल्ली, रीवा एक्सप्रेस, रेजिंद्र-नई दिल्ली, भागलपुर-आनंद विहार, कानपुर-नई दिल्ली श्रमशक्ति एक्सप्रेस, पूर्वोत्तर-नई दिल्ली सहित लंबी दूरी की कई रेलगाड़ियां तीन से चार घंटे की देरी से गंतव्य स्थान पर विवरण. दक्षिण भारत ही नहीं उत्तर भारत से नई दिल्ली आने वाली सभी ट्रेनें अपने निर्धारित समय-सारणी से नहीं चल पा रही हैं।
रेस्तरां के समय में परिवर्तन
रेलवे ने कई समय में एवेट्रियल कार्नोन्स से स्कोट्स में भी परिवर्तन करने का निर्णय लिया है। रेलवे के अनुसार, ट्रेन संख्या 15656 माता वैष्णो देवी- कामाख्या एक्सप्रेस 10 जनवरी से समय से परिवर्तित हो गई। सात जनवरी से ट्रेन संख्या 12752 जम्मूतवी नांदेड़ एक्सप्रेस तो आठ जनवरी से ट्रेन संख्या 19028 जम्मूतवी-बांद्रा एक्सप्रेस भी समय से रेलवे में परिवर्तित हो गई। सात जनवरी से ट्रेन संख्या 22552 जालंधर सिटी-दरभंगा अंत्योदय एक्सप्रेस, वेस्ट एक्सप्रेस, पांच जनवरी से अमृतसर-कटिहार एक्सप्रेस के समय में बदलाव किया गया है। ऐसे में ट्रेन की समय सारणी देखकर यात्री घर से निकलें।