क्षेत्र में चंदा हाथी के दल ने दहशत पूर्ण वातावरण में दस्तक देते हुए भीषण तबाही मचाना प्रारंभ कर दिया है। बीते 3 दिनों में एक व्यक्ति की मृत्यु के साथ ही लाखों रुपयों की क्षति ने तबाही का मंजर ढा दिया। क्षेत्र के विधायक रंजना साहू ने घटना को गंभीरता से लेते हुए शनिवार को सुबह से ही गंगरेल क्षेत्र के प्रभावित गांव विश्रामपुर, तुमराबहार, गंगरेल, डांगीमांचा, तुमाबुजर्ग के लोगों से मिलकर व क्षतिग्रस्त क्षेत्रों को नजदीक से देखा। उन्होंने ग्रामवासियों की सुरक्षा के लिए आश्वस्त करते हुए शासन प्रशासन स्तर पर इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए वे हरसंभव पहल करने आगे आने की बात कही है। उन्होंने ग्रामीणों को यहां भी सलाह दी है कि वे स्वयं अपनी सुरक्षा के साथ पूरी सतर्कता अपनाते हुए अपने दैनिक जीवन का निर्वहन करें।
साथ ही मुख्यमंत्री वन मंत्री तथा वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों को संपर्क एवं पत्र लिखकर मांग की है कि मृतक के परिवार को तत्काल राहत राशि प्रदान किया जाना चाहिए। गंगरेल के गार्डन तथा अन्य क्षेत्र में हाथियों द्वारा किए गए नुकसान को करीब से देखते हुए पार्क संचालक से भी वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त की सिंचाई विभाग जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों से भी विधायक ने जानकारी लेते हुए कहा है कि बांध क्षेत्र पहले ही संवेदनशील क्षेत्रों के रूप में राष्ट्रीय मानचित्र पर आता है, बड़ी संख्या में हाथियों का दल कहीं बांध के पानी निकासी क्षेत्र में प्रवेश न करें। इसके लिए ऐतिहात बरतना चाहिए नहीं तो गंभीर परिणाम पूरे छत्तीसगढ़ के लिए हो सकते हैं। हाथियों के दहशत पूर्ण स्थिति को विधानसभा के पटल पर रखने के बाद भी विधायक रंजना साहू द्वारा की गई। विधायक के साथ प्रभावित क्षेत्रो मे राजेन्द्र शर्मा पूर्व सभापति वर्तमान पार्षद,उमेश साहू सांसद प्रतिनिधि, डीपेंद्र साहू अनुविभागीय अधिकारी ए एल देवांगन,उप अभियंता जाधव, डेम प्रभारी नाग चौधरी पंहुचे थे।
More Stories
CBSE Exam 2025: इस तारीख से शुरू होगी CBSE 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा, छत्तीसगढ़ में इतने स्टूडेंट्स देंगे एग्जॉम
Ramvichar Netam: छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम सड़क हादसे में घायल, ग्रीन कॉरिडोर से लाया जा रहा रायपुर
Raipur: झूठे आरोपों से तंग आकर ऑटो मैकेनिक ने घर में फांसी लगाकर कर ली खुदकुशी, सुसाइड नोट में सामने आई ये बात