ब्रिसबेन के गाबा इंटरनैशनल मैदान पर जैसे ही ऋषभ पंत ने विजयी रन बनाना मोहाली में शुभमन गिल की हाउसिंग सोसायटी में भी जश्न शुरू हो गया। इसके पीछे ही वजह भी थी। हालांकि उनके बेटे ने भी इस जीत में अहम भूमिका निभाई थी। गिल ने भारत की चौथी पारी में 91 रन की अहम पारी खेली थी। हालांकि शुभमन के पिता लखविंदर सिंह, जो क्रिकेट के बहुत बड़े फैन हैं, का मानना है कि उनके बेटे को सेंचुरी लगानी चाहिए थी। उन्होंने आगे कहा, टेस्ट सीरीज की जिन छह पारियों में उसने बल्लेबाजी की वह क्रीज पर काफी सहज नजर आया। लेकिन मेरे लिए चिंता की बात यह है कि वह जिस तरह आउट हुआ। वह ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद का पीछा कर रहा है और मुझे पूरा यकीन है कि बाकी टीमें भी इस पर नजर रख रही होंगी। उम्मीद है कि वह इससे सीखेगा और इस गलती को नहीं दोहराएगा। गिल का परिवार छह महीने से उनका इंतजार कर रहा है। वह अब अपने बेटे के घर लौटने के दिन गिन रहा है। लखविंदर ने कहा, पिछले छह महीने से हमने उसे सिर्फ टीवी स्क्रीन या वीडियो कॉल पर ही देखा है। वह छह महीने से बायो-बबल में रह रहा है। हमें बेसब्री से उसका इंतजार है भारत को ब्रिसबेन में चौथी पारी में 328 रन का लक्ष्य मिला था। भारत के लिए यह चुनौतीपूर्ण था लेकिन यंग ब्रिगेड ने इसे हासिल कर इतिहास रच दिया। भारतीय टीम ने 2-1 से बॉर्डर-गावसकर सीरीज जीत ली। ऑस्ट्रेलिया ने ऐडिलेड में पहला टेस्ट जीता था जबकि भारत ने मेलबर्न में जीत हासिल कर वापसी की थी। सिडनी में खेला गया सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था। गिल को 9 फरवरी से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही टेस्ट सीरीज के पहले दो मैचों के लिए भारतीय टीम में चुना गया है।
Nationalism Always Empower People
More Stories
Ramvichar Netam: छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम सड़क हादसे में घायल, ग्रीन कॉरिडोर से लाया जा रहा रायपुर
Raipur: झूठे आरोपों से तंग आकर ऑटो मैकेनिक ने घर में फांसी लगाकर कर ली खुदकुशी, सुसाइड नोट में सामने आई ये बात
Weather of CG: छत्तीसगढ़ में दस दिन में तेजी से सर्द हुई रातें, छह डिग्री गिरा पारा… दिन का तापमान 3 डिग्री हुआ कम