फोर्टीफाईड चावल योजना का शुभारंभ कोण्डागांव जिले में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में जिले से 01 नवम्बर 2020 को माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया। योजना के द्वारा जिले के 1.34 लाख पंजीकृत कार्डधारियों को लाभ दिया जाना है। वर्तमान में जिले के नगरीय निकाय व सुदूरवर्ती ग्राम पंचायतों समेत कुल 80 ग्राम पंचायतों में फोर्टीफाईड चावल का भण्डारण एवं वितरण कराया जा रहा है। कुछ ग्राम पंचायतों में प्लास्टिक युक्त चावल का वितरण किया जा रहा है, जैसी अफवाह फैली है। खाद्य विभाग ने विज्ञप्ति जारी कर हितग्राहियों को इस तरह की किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की सलाह दी गई है। उक्त चावल का निर्माण करने वाले जिले के राईस मिलर्स ‘फूड सेफ्टी एंड स्टेंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इण्डिया‘ के अंतर्गत अनुज्ञप्ति धारी है। इसके अंतर्गत गुणवत्ता का विविध पैमाने पर परिक्षण उपरांत मानक पाये जाने पर ही उपयोग किये जाने की अनुमति प्राप्त होती है। फोर्टीफाईड चावल का प्रयोग से खून की कमी, गर्भवती महिलाओं के भ्रूण विकास एवं खून निर्माण एवं विटामिन बी-12 की कमी को दूर करने में सहायक है।
इस संबंध में खाद्य अधिकारी भूपेन्द्र मिश्रा ने बताया कि जिले के पंजीकृत कार्डधारी अफवाहों पर ध्यान न दी जावे क्योंकि फोर्टीफाईड चावल का उपयोग पूर्णता सुरक्षित व लाभकारी है। इसका प्रयोग अवश्य करें। यह चावल विटामिन, खनिजों से परिपूर्ण है, इसके प्रयोग से कुपोषण की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
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