सभी गौठानों में गोबर खरीदी के प्रत्येक चरण की आनलाइन इंट्री किया जाना अतिआवष्यक है। इसके लिए नोडल अधिकारी पूरी गंभीरता के साथ दस्तावेजों का संधारण कराएं और गोबर की खरीदी के साथ ही प्रत्येक गतिविधि की आनलाइन जानकारी पोर्टल पर सही सही दर्ज कराएं। गोधन न्याय योजना के सफल क्रियान्वयन में जिले ने पूरे प्रदेष में अपनी पहचान बनाई है अब अपने प्रदर्षन को यथावत रखने के लिए निरंतर परिश्रम आवष्यक होगा। उक्ताषय के निर्देष जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी ने गत दिवस वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से सभी जनपद पंचायतों में उपस्थित नोडल अधिकारियों को दिए। वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी गौठान के नोडल अधिकारियों को गोधन न्याय योजना के पोर्टल के सही उपयोग और उसमें की जाने वाली सभी चरण की जानकारी भरने के लिए आनलाइन प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस दौरान जिला वीडियो कांफ्रेंसिग हाल में उपसंचालक कृषि श्री दीवान, एनआरएलएम के जिला मिषन प्रबंधक श्री रामेंद्र और सहायक परियोजना अधिकारी आरिफ रजा उपस्थित रहे। सभी जनपद पंचायतों में मुख्यकार्यपालन अधिकारी, मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारी और सभी संबंधित सचिव व नोडल अधिकारी उपस्थित हुए।
प्रषिक्षण सत्र केा संबोधित करते हुए जिला पंचायत सीइओ तूलिका प्रजापति ने कहा कि आप सभी आनलाइन पोर्टल में जानकारी भरे जाने और उसके माध्यम से होने वाले नियमित मानिटरिंग को गंभीरता से सीख लें क्यांेकि इसमे जरा सी लापरवाही होने पर किसानों को उनका भुगतान मिलने में दिक्कत होगी और समूह को प्रदान किए जा रहे गोबर और उससे बनने वाले वर्मी कंपोस्ट की भी जानकारी गलत हो जाएगी। इस लापरवाही से नोडल अधिकारियों को जिम्मेदार मानकर कार्यवाही की जाएगी। उन्होने किसानों से गोबर खरीदी की आनलाइन जानकारी भरे जाने के बाद प्रत्येक नोडल अधिकारी को नियमित मानिटरिंग करने के निर्देष दिए। साथ ही ग्राम गौठान समिति के द्वारा खरीदे गए गोबर को समूहोें को दिए जाने के पूर्व मात्रा का सहीं आंकलन करने और उसकी भी आनलाइन इंट्री करने को कहा। प्रषिक्षण के दौरान उन्हे बताया गया कि गौठानों में कार्यरत महिलाओं के स्व सहायता समूहेां के द्वारा बनाकर दिए जाने के बाद वर्मी कंपोस्ट खाद की मात्रा का भी रिकार्ड आनलाइन दर्ज कराया जाना आवष्यक होगा।
गोधन न्याय योजना के आनलाइन प्रषिक्षण के दौरान जिला पंचायत सीइओ तूलिका प्रजापति ने कहा कि अभी एक निर्धारित मात्रा के अनुसार सभी गौठानों में पैकिंग के लिए बोरे उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इनमें निर्धारित मात्रा में खाद की पैकिंग कराई जाए। इसके पूर्व बनाए गए वर्मी कंपेास्ट की मानक जाचं जरूर करा लें। नोडल अधिकारियों को निर्देषित करते हुए उनहोने बताया कि पैकिंग के लिए जो बोरे उपलब्ध कराए जाएंगे उसका एक निर्धारित ष्षुल्क ग्राम गौठान समितियों को वहन करना होगा। इसके बाद जब सहकारी साख समितियों के माध्यम से पर्ची प्रदान की जाएगी तब किसानों को उनकी पर्ची के आधार पर खाद का वितरण करना होगा। यह सारी प्रक्रिया आनलाइन दर्ज होगी इसलिए सभी दस्तावेजों का संधारण सही तरीके से कराया जाए। इस प्रषिक्षण में ई डिस्ट्रिक मेनेजर श्री राकेष सिंह ने गोधन न्याय योजना के तकनीकी पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रत्येक स्तर पर गोबर और खाद की मात्रा का सही आंकड़ा आनलाइन पोर्टल में भरने के तरीके और उस दौरान बरती जाने वाली सावधानियों से भी सभी जनपद पंचायतों को विस्तार से अवगत कराया गया। ग्राम पंचायत स्तर पर आने वाली सभी आनलाइन दिक्कतों को प्रषिक्षण के दौरान दर्ज किया गया और उनके निराकरण के लिए जिला पंचायत सीइओ ने संबंधित अधिकारियों को आवष्यक दिशा-निर्देश दिए। मीटिंग में उपस्थित सहायक परियोजना अधिकारी मनरेगा ने गोधन न्याय योजना के नोडल अधिकारियों को गौठानों में बनने वाले सभी संरचनाओं को मानक अनुसार बनाए जाने के संबंध में अवगत कराया।
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